बैंक में लग रही लोगों की भीड़ संक्रमण का मंडरा रहा खतरा
बिलासपुर. छग शासन द्वारा किसानों की फसल का उचित मूल्य के साथ बोनस देने का पिछले साल वादा किया गया था। जिस पर पिछले एक साल में तीन किस्तों मे किसानो को अपनी फसल के साथ बोनस मिलने से किसान संतुष्ट तो है,पर किसानों को मिलने वाली रकम हेतु जिला सहकारी बैंक में चक्कर काटने पड़ते है। जिससे जहाँ किसानों का मनोबल कमजोर हो रहा है। वहीं सरकार के प्रति आक्रोश भी पनप रहा है। क्योंकि जिला सहकारी बैंक में किसानों के लिये ना ही अलग से काउंटर है, और ना ही बैंक में पर्याप्त कर्मचारी है। जिससे किसानों को सुविधाजनक अपनी मेहनत का लाभ मिल सके। किसान बैंक के बाहर दिन निकलते अलसुबह पहुँच कर अपनी बारी आने का इंतजार करते है। कुछ इसी तरह का हाल पिछले दो माह से चल रहा है। अब पुनः अंतिम किस्त आने की खबर से किसानों की भीड़ पुनः बैंक के बाहर चिलचिलाती धूप में लग रही है। वहीं किसानों की सायकल दो पहिया वाहनों से बैंक के आसपास सड़क जाम हो रही है। जानकार सूत्रो का कहना है कि किसानों के बीच यह भ्रांति है कि शासन द्वारा उनके खाते में जमा की गई रकम यदि नहीं निकालेगें तो वह राशि लेप्स हो जायेगी, इस भ्रम के कारण जिन किसानों को वर्तमान में पैसों की जरूरत नहीं है वे भी पैसे निकालने बैंक पहुँच जाते हैं।जिससे बैंको के सामने अनावश्यक भीड़ जमा हो जाती है।उसपर बैंक प्रबंधन का निष्क्रिय रवैया समस्या के निराकरण के लिए प्रयास नहीं करता है।