अंडा और प्याज लो…बदले में वोट दो, प्रत्याशी का अनोखा कैंपेन


यंगून, म्यामांर. देश और दुनिया में चुनावी बयार बह रही है. भारत में बिहार विधानसभा तो अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बाद अगला नंबर म्यांमार का है. तो ऐसे में अगर आपको लगता है कि वोटरों को रिझाने के लिए सिर्फ भारत में ही चुनावी लॉलीपॉप बांटे जाते हैं, तो आप गलत हैं. क्योंकि यहां बात म्यांमार की जहां अगले हफ्ते होने वाले आम चुनाव से पहले विपक्षी दल के नेता वोटर्स को रिझाने के लिए कुछ ऐसा ही कर रहे हैं.

PPP कैंडिडेट का अनूठा प्रचार
म्यांमार की पीपल्स पायनिअर पार्टी (People’s Pioneer Party) के उम्मीदवार हा ओ खिन (Han Oo Khin) ने अपने चुनावी क्षेत्र की जनता से चुनावी संवाद करने का अनूठा तरीका निकाला है. जिससे उनका चुनाव प्रचार दुनिया भर की सुर्खियां बटोर रहा है. खिन राजधानी यंगून स्थित चुनावी क्षेत्र में ग्रोसरी का सामान लेकर वोट मांग रहे हैं. उन्हे अपने कैंपेन ट्रक में प्रचार करते हुए महीने भर से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. उनके ट्रक में अंडे, प्याज और नूडल्स से लेकर ढ़ेर सारा सामान मौजूद है, जिसे वो बेहद सस्ती दरों पर मुहैया करा रहे हैं.

यहां थिंगाग्यून टाइउशिप (Thingangyun Township) कोरोना वायरस (coronavirus) संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित हुई थी. इसलिए विज्ञापन की दुनिया से जुड़े 34 वर्षीय व्यावसाई और PPE कैंडिडेट ने लोगों की मदद के लिए मोबाइल मार्केट के विचार को साकार किया. सस्ता सामान बेच कर Khin अपने लिए कुछ वोटों का इंतजाम होने की आस लगाए हैं.

एक तीर से दो निशाने
खिन के मुताबिक ये एक तीर से दो शिकार करने जैसा है. उन्होंने कहा कि ट्रक के बाहर अपने समर्थन में लिखे नारों और पोस्टर्स में खुद के लिए वोट मागे है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से रोजगार के साथ चुनावी प्रचार भी हो जा रहा है. अब तक वो हजारों लोगों को सस्ता और उम्दा सामान मुहैया करा चुके हैं. इसलिए वो लोगों को अपनी पार्टी और अपने बारे में जानकारी देकर आगे उनका सहयोग मागने का वायदा ले रहे हैं. खिन ने कहा कि उनके चुनावी क्षेत्र में रविवार को कई लोगों ने एडवांस वोट कास्ट किया है. उन्हें वहां भी सहयोग मिलने की उम्मीद है.

मिलिट्री रूल का खात्मा और दूसरा आम चुनाव
म्यांमार में बेहद सख्त सैन्य साशन की समाप्ति के बाद ये दूसरा आम चुनाव है, जिसके लिए जनता भी बेहद उत्साहित है.

Southeast Asia में सबसे खराब हालात
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों की बात करें तो कोरोना संक्रमण की वजह से म्यांमार का सबसे बुरा हाल हुआ है. यहां पचास हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना संक्रमण हो चुका है वहीं 1200 लोगों की मौत हो चुकी है. पीपीई यहां की नई राजनीतिक पार्टी है जो मशहूर लोकतांत्रिक नेता आंग सान सू की पार्टी को कड़ी चुनौती देते हुए उभर रही है.

Aung San Suu Kyi की जीत के आसार
देश के चुनावों में इस बार भी Suu Kyi की पार्टी के जीतने के अनुमान लगाए जा रहे हैं. लेकिन छोटे दल भी इस बार के चुनाव में अपनी मजबूत स्थिति देख रहे हैं. देश की आर्थिक चुनौतियों के बीच इस देश में कई छोटे छोटे राजनीतिक दल उभर रहे हैं. गौरतलब है कि Suu Kyi  एडवांस वोट कास्ट कर चुकी है.

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