अंतराष्ट्रीय डाटा हैक धोखाधड़ी करने वाले 3 नाबालिग हुए गिरफ्तार


बिलासपुर. पिछले कुछ दिनों से बिलासपुर शहर के कुछ अपचारी बालकों द्वारा अंतराष्ट्रीय केडिट कार्ड को हैक कर ऑनलाइन शॉपिंग साइट (फ्लिपकार्ट अमेजन ईत्यादि) से महंगें आई -फोन कि लाभ कमाने की सूचना बिलासपुर पुलिस अधीक्षक को प्राप्त हो रही थी। पुलिस अधीक्षक बिलासपुर प्रशान्त अग्रवाल (भा.प्र.से.) द्वारा उक्त सूचना को गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) ओ.पी.शर्मा एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली  निमेष बरैया के साथ निरीक्षक कलीम खान थाना प्रभारी कोतवाली व सायबर सेल की टीम को सूचना की तस्टीक आरोपियों की पतासाजी कर उचित वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। सायबर सेल कलीम द्वारा वरिष्ठ अधिकारीयों के निर्देशन में ऐसे गैंग की डिजिटल सर्विलेंस के माध्यम से पतासाजी करने पर ज्ञात हुआ कि शा अपचारी बालक है जो बैंकिंग के नये-नये तरीके य-टयब, गगल, डब्ल्यु-थी स्कूल ईत्यादि साईट से सीखकर जल्द ही अत्यधिक रकम कमाने के लालच में उक्त कार्य कर रहे है। तथा अपने इसी शौक के कारण लगातार साइबर क्राइम की घटना को अंजाम दे रहे है साथ ही फेसबुक/ईस्टाग्राम ईत्यादि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अज्ञात लड़कियों के नाम की फर्जी एकाउंट आई.डी. बनाकर लोगो से चैट कर उन्हे विडियों कॉलिंग ईत्यादि के माध्यम से बरगलाकर तथा विडियों कॉल रिकार्ड कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने के नाम पर धमकी-चमकी देकर अवैध रकम ऑनलाईन पेमेन्ट वॉलेट के माध्यम से वसूली कर रहे है। अपचारी बालको से पृथक-पृथक पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि इस बालको को बचपन से ही मोबाईल/कम्प्युटर के माध्यम से विभिन्न हैकिंग साईट्स का उपयोग कर सोसल साईट्स को हैक करने की विधि सीखकर तथा शनैः-शनैः हैंकिंग के क्षेत्र में और आगे बढ़ते हुये अंतराष्ट्रीय स्तर पर ईटरनेट के माध्यम से क्रेडिट कार्ड सर्वर के माध्यम से अंततराष्ट्रीय केडिट कार्ड नम्बर हासिल कर उसका उपयोग विभिन्न शॉपिंग साइट से मंहगे आई-फोन, आई-पैड, घडी एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मंगवाकर अलग अलग लोगो को सस्ते दामो पर बेचकर नगद रकम हासिल कर आपस में बंटवारा कर लेते थे। इस प्रकार ये लोग अधिक धन कमाने की लालच में आकर हैकिंग का कार्य कर अवैध लाभ प्राप्त करने लगे इसके लिये अपचारी बालको ने बताया कि ईन्टरनेट पर विभिन्न साईट का प्रयोग करते हुये अंतराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड की जानकारी प्राप्त होती थी उसे प्रॉक्सी सर्वर के माध्यम से कनेक्ट होकर जिस देश उस देश का आई.पी. प्राप्त कर निर्धारित रकम संबंधित विदेश की मुद्रा से उक्त अंतराष्ट्रीय केडिट कार्ड के डिटेल को खरीदते थे तथा उसी डिटेल के गाडग से महगे मोबाईल फोन ऑन-लाईन खरीद लेते थे। चूंकि अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के डिटेल फ्रॉड करके हाशिल किये जाते थे इस कारण उनके कीमत के विदेशी मुद्रा खर्च करने पडते थे और ऐसे फॉड तरीके से कम वास्तविक मूल्य से काफी कम कीमत खर्च कर प्राप्त किये गये अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के डिटेल से ऑन-लाईन शॉपिंग करने पर अधिक कीमत लगभग दोगुनी कीमत का सामान खरीदते है तथा विदेशी गुद्रा खरीदने के लिये भारतीय मुद्रा “पे.टी.एम.” के माध्यम से जमा करते है तथा “) टी एग.” संचालित करने के लिये भी तमिलनाडू, का अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट उड़ीसा से “पे.टी.एम.” एक्टिवेटेड सिम जो किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत होता है उसे लगाकर अपचारी बालक से “पे.टी.एम.” अकाउंट का उपयोग कर “बिट-क्वाईन” खरीदते है तथा “बिटक्वाइन” के जरिये क्रेडिट कार्ड का डाटा प्राप्त करते है तथा उसी डाटा से मंहगे मोबाईल फोन की ऑनलाइन प्रोसेसिंग करते है । अपचारी बालकों द्वारा अभी तक 60-70 मोबाईल मंगाकर बिक्री कर देना बताये है तथा प्रत्येक मोबाईल की कीमत करीब 1 लाख के आसपास है आरोपियों के पास वर्तमान समय कुल …. नगर मोबाइल, सिम कार्ड, नगदी रकम जप्त किया गया है। पूछताछ पर अपचारी बालकों द्वारा नये-नये तरीके से साइबर काईम करना स्वीकार किये है जिसमें सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर किसी लडकी के नाम से फेक आई-डी बना कर लोगो से चेट करने विडियो कॉल करने के नाम पर तथा आपत्तिजनक फोटो वायरल करा देने के नाम। पर पैसे वसूल करते थे इसी प्रकार फ्लिपकार्ट गेटवे से मोबाईल आर्डर कर मोबाईल प्राप्त करने के उपरांत मोबाईल रकम लेते थे तथा खाली पार्सल ले लेते थे। इस्टाग्राम का आई डी laxmi-santa laxmi-santa.pvt shruti-jatav की फोटो कंपनी को भेजकर दिये गये रकम वापस इसी प्रकार किसी व्यक्ति से ऑनलाइन सामान खरीदने की बात कहकर उससे नगदी रकम प्राप्त कर लेते थे तथा अपने मोबाईल से ऑन लाईन सक्सेस कर फर्जी मैसेज तैयार कर रखते थे जिसे दिखाकर रकम हडप लेते थे। इसी प्रकार जोमेटो में खाना आर्डर कर खाना मिलते ही खानी को खाली कर खाना नही मिलने की कम्पलेन कर रकम वापस ले लेते थे। इस प्रकार कम उम्र के बच्चो के द्वारा ईन्टरनेट एवं मोबाईल के माध्यम से संगठीत तरीके से साइबर अपराध करने वाले गैंग का खुलासा करने में बिलासपुर पुलिस के महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। घटना को सुलझाने में निरीक्षक कलीम खान, निरीक्षक सुनील तिर्की, उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी, सागर पाठक, मनोज नायक, सहायक उप निरीक्षक हेमन्त आदित्य आरक्षक सरफराज खान, नवीन एक्का, दीपक यादव, अफाक खान, तरूण केशरवानी, विकास यादव बोधुराम कुम्हार, गोकुल जांगड़ा, राजेश नारंग, राजेश यादव, संदीप शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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