अखंड धरना : आशीर्वाद पैनल के पदाधिकारी धरने पर बैठे

बिलासपुर. हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का अखंड धरना आंदोलन को चलते हुए गुरुवार को 48वें दिन आशीर्वाद पैनल के पदाधिकारी धरने पर बैठे। नगर की सामाजिक संस्थाओं में बहुत जोर-शोर से इस आंदोलन का समर्थन कर रहे है। यह आंदोलन बिलासपुर को दिल्ली, बंबई जैसे महानगरों से सीधी हवाई सुविधा के लिए किया जा रहा है। धरना आंदोलन में आशीर्वाद पैनल बिलासपुर के पदाधिकारी धरने पर बैठे। साथ ही समाज के विभिन्न प्रतिष्ठित जनो ने भी धरना स्थल आकर आंदोलन के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुये धरने में भागीदारी की। आशीर्वाद पैनल के सदस्यों ने प्रमुख रूप से यह बात कही कि यह बिलासपुर का इतिहास है कि यहां बिना जनसंघर्ष किये कभी भी कोई भी मांग पूरी नही हुई। अतः हवाई सुविधा के लिए भी इस जनसंघर्ष में हम इस जन आंदोलन के साथ हैं। सभा को संबोधित करते हुये आशीर्वाद पैनल के अविनाश सेठी ने कहा कि बिलासपुर क्षेत्र व्यवसाय के मामले में लगातार पिछडता जा रहा है कोई भी बडी कंपनी बिलासपुर में केवल इसलिए निवेश नही करना चाहती क्योंकि यहां हवाई सुविधा नही है, अगर हमने जरा भी आलस किया तो हवाई अड्डे का कार्य पिछड जायेगा। आशीर्वाद पैनल के सचिव दिनेश कुमार एवं आदित्य जोशी ने बिलासपुर एयरपोर्ट की मांग को जोर शोर से उठाते हुये कहा कि छत्तीसगढ में राजस्व देने के मामले में हम रायपुर से पीछे नही है और यहां भी रायपुर की तरह सर्वसुविधायुक्त एयरपोर्ट बनाया जाना चाहिए। इसी कडी में पैनल के धनेश रजक व शिखा पाण्डेय ने अपनी बात कहते हुये मांग की कि वर्तमान में बिलासपुर एयरपोर्ट जिस हालत में है, उसके अधूरे कार्यों को पूर्ण कर तुरंत ही महानगरों से हवाई सेवा प्रारंभ की जानी चाहिए। धरने में आये हुये शिक्षाविदों में प्रो. आभा तिवारी व प्रो. सुषमा ने जोशीला वक्तव्य देते हुये कहा कि हम पिछले कई सालों से हवाई सुविधा अब प्रारंभ होगी तब प्रारंभ होगी सुनते आ रहे है, लेकिन इस पर कोई ठोस पहल नहीं हो रही है। इसलिए इस जन आंदोलन का विस्तार किया जाना चाहिए। शिक्षाविद् टीकेश प्रताप सिंह ने कहा कि बिलासपुर में केन्द्रीय विश्वविद्यालय है, अमरकंटक में राष्ट्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय है, यहां बहुत से बडे कार्यक्रमों में विख्यात लोगों को बिलासपुर एयरपोर्ट होने पर आसानी से बुलाया जा सकेगा। धरने को संबोधित करते हुये प्रो.आशीष शर्मा ने पूरे पैनल की ओर से समर्थन व्यक्त किया। प्रो. एम.एस.तम्बोली, रूपेन्द्र शर्मा, प्रदीप जायसवाल, किरण दुबे, तपोविंद सेठी, जितू ठाकुर, शिवा गेंदले, पुरूषोत्तम राजपूत, विनय अग्रवाल, टीकेश प्रताप सिंह, चित्रकान्त निरद्वार, विकास सिंह, बृजेष बोले, हर्ष सिंह, हिमेंश साहू, मनीश मिश्रा, राजा वर्मा, मनोज मेश्राम, समर्थ मिरानी, अमिताभ वैष्णव, नीरज गोस्वामी, शारदा श्रीवास, ऐन्जल, पायल, लिपिका, नेहा शर्मा, काजल, स्वेता कांत, अंशिका माहेश्वरी , पारूल शर्मा, नंदनी शर्मा, पूजा रजक ने भी कंधे से कंधे मिलाकर मांग का समर्थन किया। धरने में उपस्थित समिति के सदस्यों में से आशीष ठाकुर ने 1500 मीटर लंबे बिलासपुर एयरपोर्ट के रनवे को तत्काल 78 सीटर विमान उपयुक्त बताते हुये इसके 2500 मीटर तक विस्तार को भी तुरन्त मंजूर करने की बात कही। उनके अनुसार न केवल राज्य सरकार, केन्द्र सरकार बिलासपुर एयरपोर्ट के लिए आवश्यक धन राशि उपलब्ध करा सकते है बल्कि एस.ई.सी.एल. और एन.टी.पी.सी. जैसे सार्वजनिक संस्थान भी इसके लिए सी.एस.आर. मद से आवश्यक राशि उपलब्ध करा सकते है। धरना आंदोलन में समिति की ओर राहुल साहू, नितेश पटेल, प्रदुमन यादव, प्रथमेश केशरवानी, नवीन धु्रव, आस्तिक ठाकुर, विवेक ठाकुर, संदीप राजपूत, प्रकाश देवांगन, जाॅन बर्मन, मनीष मिश्रा, भानू शौरी, तरूण वर्मा, शुभ उपाध्याय, उमेश कुमार, अजय सोनवानी, हेमराज शर्मा, आयुश दुबे, अंकित साहू आदि शामिल हुए.