अटल बिहारी विवि से संबंधित महाविद्यालयों के पूरक परीक्षार्थियों में आक्रोश
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. अटल बिहारी बाजपेयी से संबंधित महाविद्यालयों के परीक्षार्थियों के सामने एक बार फिर से मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। मनमानी करने वाले महाविद्यालयों द्वारा पूरक परीक्षा की सूचना छात्र-छात्राओं को नहीं दी गई थी जिसके कारण फार्म भरने की आखरी तारीख भी निकल गई। परीक्षा से वंचित हो रहे छात्रों ने अपनी समस्यों से अटल बिहारी विवि को अवगत कराया है।
कोरोना काल में पूरी दुनिया के साथ साथ शिक्षा जगत पर भी गहरा असर पड़ा है। अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को हुई असुविधाओं की भरपाई नहीं की जा सकती है। लेकिन कोरोना काल में जिन छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी है उन्हें भी सकुन नहीं मिल पा रहा है। परीक्षा के दौरान पूरक आने वाले छात्र-छात्राओं के लिए पुन: परीक्षा का आयोजन किया गया है लेकिन संबंधित महाविद्यालयों ने इसका प्रचार-प्रसार भी ठीक नहीं किया है। मोबाइल व इंटरनेट में जानकारी अपलोड नहीं होने के अभाव में कई परीक्षार्थी से परीक्षा से वंचित हो रहे हैं। पूरक आये छात्र-छात्राओं के लिए 8 फरवरी को परीक्षा का आयोजन किया गया है परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तारीख 2 फरवरी थी।
जानकारी के अभाव में छात्र-छात्राओं ने परीक्षा फार्म नहीं भर सके। फार्म जमा करने की तारीख में बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर परीक्षा से वंचित हो रहे छात्र-छात्राओं ने अपनी बात अटल बिहारी विश्वविद्यालय प्रबंध के समक्ष रखी है। निजी महाविद्यालयों की मनमानी का यह पहला मामला नहीं है। छात्र-छात्राओं को एडमिशन के बाद कोई खास तव्वजों नहीं दी जाती है इसी तरह शासकीय महाविद्यालयों में भी छात्र हित में ठोस पहल नहीं की जाती है। एसबीआर कॉलेज प्रबंधन द्वारा पूरक आये छात्र-छात्राओं को परीक्षा के लिए समय से पूर्व अवगत नहीं कराया गया जिसके चलते वे फार्म नहीं भर पाये। संचार के इस युग में महाविद्यालयों द्वारा परीक्षा संबंधी जानकारी मुहैया नहीं कराया जाना समझ से परे है।