अन्नदाताओं को मिल रहा है राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ

बलरामपुर/धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरूआत की गई है। कोरोना वायरस के कारण जारी लाॅकडाउन के इस मुश्किल घड़ी में शासन का किसानों के हित में लिया गया यह फैसला लाभदायक सिद्ध हो रहा है। इस योजना के फलस्वरूप प्रदेश के किसानों का आत्मविश्वास बढ़ा है। अन्नदाताओं ने राज्य शासन के इस फैसले की प्रसंशा करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है। इस फैसले से किसानों को आर्थिक संकट से मुक्ति मिलेगी और कृषि कार्यों के लिये उन्हें ऋण लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। विकासखण्ड राजपुर के ग्राम पंचायत ककना के किसान  बरन राम पैंकरा को राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ मिला है। उन्हें प्राप्त होने वाली सहायता राशि 33 हजार 250 रूपये में से प्रथम किश्त के रूप में 8 हजार 728 रूपये की राशि प्राप्त हुई है।  बरन राम पैंकरा ने बताया कि धान की बुआई करते समय किसान यही सोचता है कि उसकी फसल अच्छी होगी और उसे अच्छा मुनाफा होगा। किसान पूरी मेहनत और लगन से खेती करता है और उसकी इच्छा यही रहती है कि उसे मेहनत का पूरा फल मिले। धान की खेती करने वाले किसान मंडियों के माध्यम से धान का विक्रय करते हैं और उम्मीद रहती है कि उन्हें फसल का उचित दाम मिलेगा। राज्य शासन ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत् किसानों को बड़ी राहत देते हुए अपना वादा पूरा किया है। लाॅकडाउन की इस अवधि में राज्य शासन द्वारा किसानों को आर्थिक संकट से उबारने में यह योजना महत्वपूर्ण साबित हो रही है। किसान की चिंता परिवार के पालन-पोषण से लेकर आगामी फसल की तैयारी के लिये पैसे जुटाने में रहती है। ऐसे समय में इस योजना ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है, इस पहल के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जी का हृदय से आभार व्यक्त किया है। ज्ञतव्य है कि जिले के लगभग 25 हजार 500 से अधिक पंजीकृत किसानों को इस योजना के माध्यम से 21 करोड़ 72 लाख 32 हजार रूपये की राशि किश्तों के रूप में सीधे उनके खाते में प्राप्त होगी।

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