अभिनंदन पर पाक के खौफ का खुलासा करने वाले सादिक का इमरान से है खास रिश्ता
इस्लामाबाद. भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) की रिहाई को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) के खौफ का खुलासा करने वाले पीएमएल(एन) नेता अयाज सादिक (ayaz sadiq) एकदम से सुर्खियों में आ गए हैं. पाकिस्तान में भले ही उन्हें ‘दुश्मन’ करार दिया जा रहा हो, लेकिन भारत में उनकी जमकर तारीफ हो रही है.
साथ पढ़े हैं दोनों
सादिक ने संसद में अपने बयान में कहा था कि अभिनंदन को इसलिए रिहा किया गया क्योंकि पाकिस्तान को हमले का डर था. सादिक के इस बयान ने इमरान सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. वैसे, इमरान और सादिक का रिश्ता वर्षों पुराना है. दोनों ने लाहौर के प्रसिद्ध ऐचिसन कॉलेज (Aitchison college) में साथ पढ़ाई की थी. सादिक को नवाज शरीफ के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक माना जाता है. उन्हें 2013 में नेशनल असेंबली का स्पीकर चुना गया था.
चुनाव में भी हराया था
इमरान नेशनल असेंबली की दो सीटों पर चुनाव जीत गए थे, लेकिन लाहौर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इमरान को हराने वाला शख्स कोई और नहीं अयाज सादिक ही थे. इमरान खान ने सादिक की जीत पर नाराजगी जाहिर करते हुए धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. जिसके बाद अदालत ने दोबारा चुनाव कराने के आदेश दिए, लेकिन नतीजा वही रहा. यानी इमरान को पुन: हार का मुंह देखना पड़ा.
शर्मिंदगी और जलालत
अब एक बार फिर से सादिक के चलता इमरान खान को शर्मिंदगी और जलालत का सामना करना पड़ रहा है. पीएमएल(एन) सांसद ने जो खुलासा किया है, उससे इमरान सरकार को अपनों के ताने सुनने को मिल रहे हैं. सादिक ने कहा था कि अभिनंदन की रिहाई को लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) खौफ में थे. कुरैशी ने यहां तक कहा था कि भारत पाकिस्तान पर हमला करने वाला है और इसलिए अभिनंदन को छोड़ना जरूरी है.
इमरान नहीं आये थे बैठक में
अयाज ने संसद में अपने भाषण में सरकार को निशाना बनाते हुए कहा था कि कुलभूषण के लिए हम अध्यादेश लेकर नहीं आए थे. कुलभूषण को हमने इतनी एक्सेस नहीं दी थी, जितनी इस हूकुमत ने दी. उन्होंने आगे कहा, ‘अभिनंदन की क्या बात करते हैं, शाह महमूद कुरैशी और आर्मी चीफ उस मीटिंग में थे. कुरैशी ने कहा था कि अभिनंद को वापस जाने दें, खुदा का वास्ता है अभिनंदन को जाने दें, भारत रात 9 बजे अटैक करने जा रहा है. उस बैठक में इमरान खान ने आने से इनकार कर दिया था’.
कांप रहे थे पैर
अयाज ने यह भी कहा था कि हिंदुस्तान कोई हमला नहीं करने वाला था. सरकार को केवल घुटने टेककर अभिनंदन को वापस भेजना था और उसने वही किया. उस बैठक में कुरैशी के पैर कांप रहे थे, वे सभी को यह कहकर डरा रहे थे कि यदि अभिनंदन को नहीं छोड़ा तो भारत रात नौ बजे हमला कर देगा. जबकि हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला था.