अभी अभी मैंने लांघा है समुंदरों को, अभी तो पूरा आसमान बाकी है: संजय राउत

मुंबई. महाराष्ट्र में करीब 25 सालों के बाद शिवसेना का मुख्यमंत्री बनने जा रहा है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में शिवसेना नेता संजय राउत शुरू से यह बात कहते आए थे कि इस बार शिवसेना का सीएम बनेगा. संजय राउत का कहना था कि हम इस बार शिवसेना के संस्थापक बाला साहब ठाकरे के सपने को साकार करेंगे. हालांकि विधानसभा 2019 चुनावों में शिवसेना ने पिछली बार से कम सीटें ही जीती हैं. लेकिन बीजेपी से अलग होने के बाद एनसीपी और कांग्रेस का समर्थन मिलने से शिवसेना का यह सपना साकार होता दिख रहा है.
मंगलवार को तीनों पार्टियों के विधायकों ने उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र विकास अघाडी विधायक दल का नेता चुन लिया. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने खुद उद्धव ठाकरे के नाम का ऐलान किया. मुंबई ट्राइडेंट होटल में तीनों पार्टियों, अन्य छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों की बैठक हुई. इस बैठक के दौरान जैसे ही शरद पवार ने कहा, ‘उद्धव बालासाहेब ठाकरे हमारे नए सीएम होंगे’ पूरे सभागार में तालियों की गड़गड़ाहाट से गूंज उठा.
बुधवार को संजय राउत ने अपने ट्वीट में आगे की राजनीति की बात कहीं. एक शेर के जरिए संजय राउत ने यह इशारा भी दिया कि ये गठबंधन पूरे देश की राजनीति करेगा. शिवसेना के अलग होने पर बीजेपी का कहना है कि उसे (बीजेपी को) कम सीटें मिलने के कारण शिवसेना को मोलभाव करने का मौका मिल गया. पिछली बार बीजेपी ने 122 सीटें जीती थी लेकिन इस बार पार्टी सिर्फ 105 सीटें ही जीत पाई. नतीजों के आने के बाद से ही शिवसेना ने ढाई-ढाई साल दोनों पार्टियों का सीएम बनाए जाने की मांग की. शिवसेना मीडिया के सामने यही दावा करती रही कि बीजेपी से यह समझौता चुनाव में जाने से पहले हुए गठबंधन के तहत ही हो चुका था. लेकिन बीजेपी इससे साफ इनकार करती रही.
इसके बाद से ही शिवसेना ने बीजेपी से अपने सभी संबंध खत्म कर लिए. केंद्र से अपने मंत्री का इस्तीफा दिलवाया और एनसीपी-कांग्रेस करे साथ गठबंधन की बातचीत को आगे बढ़ाया.