अमृत मिशन योजना के लिए किए जा रहे खुदाई से बार-बार क्षतिग्रस्त हो रही पाइप लाइन
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. अमृत मिशन योजना के नाम पर इन दिनों शहर की सड़कों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। शहर वासियों को अमृत मिशन योजना के तहत लाभ मिले या ना मिले, किंतु मुसीबतों का सामना अभी से लोगों को करना पड़ रहा है। पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप लाइन बार-बार क्षतिग्रस्त हो रही है। अकारण लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। आलम यह है कि सड़कों की खुदाई करने वाले कर्मचारियों को यह तक नहीं मालूम कि कहां-कहां से पानी का पाइप बिछाया गया है और उन्हें बताने वाला भी कोई नहीं है। ऐसे में सड़कों की खोदाई के दौरान लोगों के घरों के नल कनेक्शन और मेन लाइन को बार-बार तोड़ा और जोड़ा जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार सुबह शनिचरी बाजार बाल्मिकी चौक के पास अमृत मिशन योजना के तहत की जा रही खोदाई के दौरान मेन लाइन टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया जिसे घंटो मशक्कत के बाद सुधारा गया।
भूमिगत नाली योजना के नाम पर शहर की सड़कों को जिस बेरहमी से खोदा गया उससे बिलासपुर शहर का नाम ही खोदापुर घोषित कर दिया गया है। भूमिगत नाली योजना का लोग शुरू से ही विरोध कर रहे थे लेकिन कमीशन के चक्कर में नगर निगम और जिला प्रशासन के आला अधिकारी इस योजना में पैसा बहाते रहे। पैसा खतम खेल खतम जैसा हाल सीवरेज परियोजना का शहर योजनाकारों ने कर दिया है। अब फिर से शहर वासियों को चौबीस घंटे पानी देने का सब्जबाग दिखाकर अमृत मिशन योजना को प्रारंभ किया गया है। इस योजना के तहत सड़कों की फिर से खुदाई की जा रही है। जिसके चलते बार-बार मेन लाइन को तोड़ा जा रहा है। काम करने वाले कर्मचारियों को यह तक नहीं मालूम कि जहां खोदाई करना है वहां पूर्व से ही पेयजल आपूर्ति के लिए मेन पाइप लाइन बिछाया गया है।
शनिचरी बाजार में पाइप लाइन टूटने के कारण एक ओर से सड़क को ही बंद करना पड़ा। राहगिरों के साथ साथ आस-पास के दुकान संचालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ले-देकर सुधार कार्य किया गया है। इससे पूर्व भी सरकंडा पुल के पास जबड़ापारा मोड़ में भी मेन पाइप लाइन को खुदाई के दौरान तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया था। जिम्मेदारी पूर्वक काम नहीं किये जाने के कारण यह सब हो रहा है। काम करने वालों को भला कैसे मालूम हो कि पूर्व में भी यहां से पाइप लाइन बिछाया जा चुका है। इसी तरह अमृत मिशन योजना के तहत काम करने वाले अधिकारी भी मौके पर नहीं रहते। मजदूरों के सहारे शहर में रतनपुर खूंटाघाट से 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है। इस योजना का शहर वासी अभी से विरोध कर रहे हैं।
तालापारा में मीटर तक नहीं लगाया
हाल ही में तालापारा में अमृत मिशन योजना के तहत सड़कों की खोदाई कर पाइप लाइन बिछाने के बाद लोगों के घरों में कनेक्शन देने का काम किया गया है। पाइप कनेक्शन के साथ मीटर लगाने के नाम पर तालापारा के लोगों से 50-50 रूपए भी लिये गए है। यहां लोगों ने शिकायत करते हुए बताया कि मीटर कनेक्शन नहीं किया गया है और इसके लिए बकायदा शुल्क भी लिया जा चुका है।
असंभव को संभव बनाने जुटे में अधिकारी
अमृत मिशन योजना के तहत खूंटाघाट से पानी लाकर शहरवासियों को 24 घंटे पेयजल आपूर्ति का दावा किया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि ऐसा संभव नहीं हो सकता। खूंटाघाट का पानी वह भी 24 घंटे मिले यह संभव नहीं है। क्योंकि जितना पानी खूंटाघाट बांध में है उससे 24 घंटे शहर में पानी बहता रहे यह संभव नहीं है। बावजूद इसके इस योजना में पैसा फूंकने निगम के अधिकारी जी जान लगा रहे हैं।