अमेरिका के इस शहर में अब तक नहीं पहुंच सका कोरोना, यहां जानिए वजह
वाशिंगटन. चीन के बाद कोरोना महामारी (Coronavirus) का नया केंद्र अमेरिका बन गया है. यहां हालात सुधारने के बजाए लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. लेकिन अमेरिका का एक शहर ऐसा है जहां कोरोना का अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है.
इस शहर का नाम है प्वाइंट रॉबर्ट्स. 1300 लोगों की आबादी वाले इस शहर की भौगौलिक बनावट कुछ ऐसी है, जिसके चलते उसे कोरोना को रोकने में सफलता मिली है. दरअसल, प्वाइंट रॉबर्ट्स 49वीं समांतर रेखा के नीचे स्थित है. यहां तक पहुंचने का कोई सीधा रास्ता नहीं है.
भूगोल के जानकर प्वाइंट रॉबर्ट्स को अमेरिका का पेने-एक्सक्लेव कहते हैं. यह किसी देश का वह हिस्सा होता है, जहां दूसरे देश से गुजरकर पहुंचा जा सकता है. यानी प्वाइंट रॉबर्ट्स का रास्ता कनाडा से के होकर आता है. इसलिए मुख्यभूमि अमेरिका में कहर बरपा रहा कोरोना अब तक यहां नहीं पहुंच सका है.
अमेरिका से अलग-थलग यह शहर सिएटल से लगभग 135 मील उत्तर-पश्चिम में है. वैसे, यहां निजी विमान और नाव से पहुंचा जा सकता है, लेकिन इन माध्यमों का इस्तेमाल करने वालों की संख्या बेहद सीमित है. लिहाजा प्वाइंट रॉबर्ट्स आने वालों को मुख्यरूप से कनाडा से होकर आना पड़ता है. प्वाइंट रॉबर्ट्स मरीना में काम करने वालीं 57 वर्षीय थेरेसा कोए कहती हैं कि यह संभवता उत्तरी अमेरिका की सबसे सुरक्षित जगह है. चूंकि कोरोना को प्रकोप को देखते हुए अमेरिका और कनाडा ने अपनी सीमाओं को सभी के लिए बंद कर दिया था, इसलिए कोई भी बाहरी व्यक्ति इस शहर में प्रवेश नहीं कर सका और संक्रमण भी यहां नहीं पहुंच पाया. हालांकि, स्थानीय निवासी अपनी आवश्यक जरूरतों जैसे डॉक्टर के अपॉइंटमेंट आदि के लिए सीमा पार जा सकते हैं.
प्वाइंट रॉबर्ट्स को अक्सर ‘लिटिल अमेरिका’ या ‘नो बोट्स वाला द्वीप’ कहा जाता है. वर्तमान में, प्वाइंट रॉबर्ट्स वाशिंगटन सरकार द्वारा लागू किए गए उपायों का पालन कर रहा है. जिसमें घर से बाहर निकलने, एक जगह जमा होने पर पाबंदी और सभी गैर-आवश्यक व्यवसायों को बंद करना शामिल है.
यदि यहां कोरोना संक्रमण फैलता है, तो कई लोगों को जान गंवानी पड़ सकती है. क्योंकि यहां की 70 फीसदी आबादी उम्रदराज है, जिन्हें संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा माना गया है. इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या 32,917 तक पहुंच गई है. वहीं, देश में अब तक संक्रमण के 6,67,800 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.