अयोध्या केस: मुस्लिम पक्षकारों का यू-टर्न, कहा- हमने कभी नहीं कहा कि राम चबूतरा भगवान का जन्मस्थान है

नई दिल्ली. सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से वकील जफरयाब जिलानी ने अयोध्या केस (Ayodhya Case) में अपनी दलील जारी रखते हुए साफ किया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने यह कतई स्वीकार नहीं किया है कि राम चबूतरा भगवान राम का जन्मस्थान है. हमारा कहना यह है कि यह हिंदुओं का विश्वास है और जिला जज की इस मामले में ऑब्जर्वेशन के बाद हमने इस संदर्भ में कोई कदम नहीं उठाया. जज ने कहा था कि ये राम चबूतरा भगवान राम का जन्मस्थान है. हमने कभी अपनी ओर से नहीं कहा कि ये जन्मस्थान है.
इससे पहले सुनवाई की शुरुआत में एक वकील हिमांशु शेखर झा ने कहा कि सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने राम जन्मस्थान को लेकर सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया है और रामचरित मानस पर सवाल उठाया है, उसके खिलाफ दलील देना चाहते हैं.
शेखर झा ने कहा कि रामचरित मानस दुनिया की सबसे ज़्यादा प्रामाणिक दस्तावेज़ और इतिहास है. इसके लेकर दलील देना चाहता हूं. सुप्रीम कोर्ट ने झा से पूछा कि आप किसकी तरफ से हैं. झा ने कहा कि मैं किसी की तरफ से नही हूं लेकिन रामचरित मानस को लेकर दलील देना चाहता हूं. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने झा को सुनने से मना कर दिया और मुस्लिम पक्ष के वकील ज़फरयाब जिलानी से जिरह शुरू करने को कहा.