आज ही के दिन दुनिया को मिला था पहला टूथ ब्रश, इस देश ने सूअर के बालों से बनाया था
नई दिल्ली. आज का दिन इतिहास में एक ऐसे आविष्कार के नाम दर्ज है, जो हमारी जिंदगी का अहम् हिस्सा बन गया है. 26 जून, 1498 को चीन में दुनिया का पहला टूथ ब्रश (Tooth Brush) बनाया गया था. चीन के सम्राट ने अपने इस्तेमाल के लिए टूथ ब्रश का अविष्कार किया और उसका पेटेंट करवाया. इस टूथब्रश को जानवरों, खासकर सूअर के बालों से बनाया गया था. हड्डी या बांस के टुकड़े पर इन बालों को लगाया जाता और फिर उसे ब्रश के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था. जानवरों के बालों की वजह से यह टूथब्रश काफी सख्त होते थे.
सेलुलॉयड प्लास्टिक ब्रश हैंडल प्रथम विश्व युद्ध के बाद ही नजर आए. इससे पहले भारत सहित दुनिया में आमतौर पर दातून इस्तेमाल किया जाता था. वर्ष 1885 तक टूथब्रश का बड़े पैमाने पर उत्पादन अमेरिका में शुरू हो गया था। कहा जाता है कि आधुनिक युग के टूथब्रश का आविष्कार इंग्लैंड के एक कैदी विलियम एडीज ने 1780 में किया था. जेल से छूटने के बाद उसने अपनी कंपनी शुरू की और धीरे-धीरे वह ब्रश निर्माता के तौर पर छा गया.
1930 में बने नायलॉन वाले ब्रश
नायलॉन के अविष्कार के बाद 1930 के दशक में नायलॉन वाले ब्रश बनने लगे थे. यानी ब्रश में जानवरों के बालों की जगह नायलॉन का इस्तेमाल किया जाने लगा. जबकि पहला इलेक्ट्रिक टूथब्रश 1939 में बनाया गया था. 1950 के दशक तक टूथब्रश ने काफी हद तक आज के जैसा आकार ले लिया था. इसके बाद नई-नई तकनीक के साथ ब्रश में बदलाव होता गया और आज हमारे पास ब्रश के ढेरों विकल्प मौजूद हैं.