आज ही के दिन पैदा हुए थे क्रिकेटर मनोज प्रभाकर, मैच फिक्सिंग में उछला था इनका नाम
नई दिल्ली. 1980 और 1990 के दशक में हर भारतीय क्रिकेट फैन मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar) के नाम से वाकिफ था. उन्होंने टीम इंडिया (Team India) के लिए 39 टेस्ट मैच खेले हैं और 37.30 की औसत से 96 विकेट लिए है. इसके अलवा टेस्ट की 58 पारियों में 32.65 की औसत से 1600 रन बनाए है, जिसमें 1 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं. सीमित ओवर के क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 130 वनडे में 1858 रन बनाए, जिनमें 2 शतक और 11 अर्धशतक लगाया, इसके अलावा 28.47 की औसत से 157 विकेट हासिल किए.
इन आंकड़ों से साफ जाहिर होता है कि मनोज एक ऑलराउंडर की भूमिका में टीम इंडिया में मौजूद थे. वो मुख्य रूप से गेंदबाजी करते थे और निचले क्रम में बैटिंग के लिए पिच पर उतरते थे. भारतीय क्रिकेट प्रेमी गेंदबाजी के मामले में उनपर पूरा भरोसा करते थे, इसके अलावा जब लोअर ऑडर को संभालने की बात आती थी, तब प्रभाकर के पिच पर रहते हुए उम्मीद बरकरार रहती थी. टेस्ट में उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 120 रन रहा वहीं वनडे क्रिकेट में उनकी सबसे बड़ी पारी 106 रन की थी.
मनोज प्रभाकर एक स्टिंग ऑपरेशन में शामिल हुए थे, जिसके जरिए कई क्रिकेटर्स को एक्सपोज करने की कोशिश की गई, लेकिन फिर उन पर ही फिक्सिंग का आरोप लगाया गया, इस घटना के बाद बीसीसीआई ने मनोज के क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया. साल 2011 में उन्हें दिल्ली टीम के कोच के पद से इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि उन्होंने सरेआम कई खिलाड़ियों और सेलेक्टर्स की आलोचना की थी. साल 1996 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली.