आतंकवाद से बच्चों को बचाने के लिए भारत ने UN से की ये मांग


संयुक्त राष्ट्र. भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) में बाल अधिकारों का मसला उठाते हुए कहा कि आतंकवाद ने सबसे ज्यादा दुनिया भर के बच्चों को नुकसान पहुंचाया है. इसलिए यह संस्था आतंकवाद के साजिशकर्ताओं के खिलाफ दृढ राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करे.

भारत ने कहा कि आतंकियों ने अपने नेटवर्क का जाल सीमाओं के पार तक फैला लिया है,  जो कि शांति के लिए खतरा है. इससे सबसे अधिक प्रभावित बच्चे हो रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की ओर से ‘बच्चे एवं सशस्त्र संघर्ष’ पर आधारित एक खुली बहस के दौरान भारत ने अपने बयान में कहा कि परिषद की ओर से प्रतिबंधित आतंकी संगठन और व्यक्ति बाल अधिकारों के हनन के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जिम्मेदार हैं.

भारत ने कहा कि, ‘ परिषद के बाल संरक्षण अभियान को आगे बढ़ाने के लिए आतंकवाद से मुकाबला करने की इसकी ऊर्जा को कार्रवाई में तब्दील करने की जरूरत है.’ भारत ने कहा कि सदस्य राष्ट्रों को आतंकवाद के दोषियों और इनके सहयोगियों एवं प्रायोजकों के खिलाफ दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करने की आवश्यकता है.

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