आतंक पर इमरान की अक्ल ठिकाने? कहा-‘कोई भी पाकिस्तान नहीं आना चाहता’


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार (22 जनवरी) को दोहराया कि पाकिस्तान किसी भी नए संघर्ष का हिस्सा नहीं बनेगा, क्योंकि शांति से देश का भला हो रहा है. खान ने दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक कांग्रेस सेंटर में ‘पाकिस्तान स्ट्रेटेजी डायलॉग’ नामक एक सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अफगान जिहाद और 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ युद्ध दोनों से सीखा है, जिसने पाकिस्तान व उसके नागरिकों को भारी नुकसान पहुंचाया है.

पाक पीएम फिलहाल विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए स्विट्जरलैंड की 3 दिवसीय यात्रा पर हैं. इस दौरे पर वह कॉर्पोरेट, व्यापार, प्रौद्योगिकी एवं वित्त अधिकारियों के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ कई बैठकें करेंगे. शांति के मार्ग के लाभ गिनाते हुए खान ने कहा कि पाकिस्तान में पर्यटन दोगुना हो गया है.

उन्होंने आतंकवाद को खत्म करने को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा, “यह पहली सरकार है, जिसने आतंकवादियों से हथियार डलवाया है और उनका पुनर्वास किया है. हम आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

जियो न्यूज ने रेडियो पाकिस्तान के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री खान ने इस दौरान अफगानिस्तान में शांति के लिए पाकिस्तान की पहल का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “इस्लामाबाद अफगान शांति प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए सक्रिय रूप से भाग ले रहा है.”

खान ने कहा कि अफगानिस्तान में संघर्षविराम का एक मौका है, जो पाकिस्तान को आर्थिक गलियारे के माध्यम से मध्य एशियाई देशों तक पहुंचने में मदद करेगा. पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका पहला वर्ष स्थिरीकरण उपायों पर केंद्रित रहा, जिसने चालू खाता घाटे में काफी कटौती की.

निवेश के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व बैंक ने कारोबार करने में आसानी के लिए पाकिस्तान की रैंकिंग में सुधार किया है. उन्होंने कहा, “एक वर्ष में हमारे विदेशी निवेश में 200 फीसदी का उछाल आया है.” इमरान ने कहा कि पाकिस्तान कृषि, खनिज और सूचना प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने की उम्मीद कर रहा है. पाकिस्तान की पर्यटन क्षमता पर प्रकाश डालते हुए पाक पीएम ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया के सबसे अनदेखे देशों में से एक है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के परिणामस्वरूप पर्यटन एक वर्ष में दोगुना हो गया है.

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