आदिकाल से समाज में शिक्षकों का उच्च और महत्वपूर्ण स्थान :शैलेष पाण्डेय

बिलासपुर. विधायक श्री शैलेष पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकीय कार्य चुनौतियों से परिपूर्ण है, शिक्षक बच्चों की सकारात्मक सोच को विकसित कर उन्हें अपनी प्रतिभाओं के विकास का अवसर प्रदान कर श्रेष्ठ नागरिक बनाने महती भूमिका का निर्वहन करते हैं यही कारण है कि शिक्षकों का समाज में आदिकाल से महत्वपूर्ण स्थान है। वे आज सिंचाई विभाग के प्रार्थना सभा भवन में आयोजित संभाग स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे स्वयं और उनके पिता लंबी अवधि तक अध्यापन कार्य से जुड़े रहे और बच्चों के भविष्य को गढ़ने का कार्य किया। श्री पांडेय ने कहा कि बच्चों का अपने शिक्षकों के प्रति माता-पिता से भी ज्यादा सम्मान और विश्वास की भावना होती है। उन्हांेने कहा कि माता-पिता भी बच्चों में शिक्षकों के प्रति सम्मान और विश्वास को घनीभूत करने का काम करते हैं ताकि बच्चे गंभीरता से अध्ययन में अपना मन लगा सके। विधायक ने कहा कि शासकीय शालाओं में प्रायः गरीब परिवार के बच्चे अध्ययन करते हैं। जिन्हें निजी स्कूलों के समकक्ष लाना एक चुनौती है, यह एक गंभीर जवाबदेही का काम है। उन्होंने विभिन्न विधाओं में आज सम्मानित होने वाले शिक्षकों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर डाॅ.संजय अलंग ने कहा कि हिन्दी शब्द कोष में बहुत कम ऐसे शब्द हैं जो उभयलिंगी है उनमें से एक शिक्षक है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों मंे समानता का भाव होता है, जो छात्र पिछड़ जाते हैं उन्हें आगे लाने और जो छात्र आगे है वे उन्हें शिखर पर पहुंचाने की सतत् कोशिश करते हैं। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षकों की यह जिजीविषा और जिद ही उन्हें खुशी देते हैं। इस खुशी को बरकरार रखने में नई मेथेडोलाजी को अपनाने उन्हें सक्षम बनाती है। उन्होंने कहा कि समाज शिक्षक को सम्मानित कर स्वयं को सम्मानित करता है। ऐसी प्रेरणा अन्य को भी मिले इसके लिये शिक्षकों को एक उदाहरण के रूप मंे पेश किया जाता है। समाज में उदाहरण बने रहने मेहनत की जरूरत होती है।

शिक्षा दूत से 21, ज्ञानदीप शिक्षाश्री से 3-3 और मुख्यमंत्री गौरव शिक्षा अलंकरण से 7 शिक्षक सम्मानितः- समारोह में व्याख्याता सर्व श्री कृष्ण कुमार कश्यप भड़ेसर (जांजगीर-चांपा), राकेश टण्डन उतरदा (कोरबा) और धनंजय पाण्डेय शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर मा.वि.बिलासपुर को शिक्षाश्री, शिक्षक दिनेश पाण्डेय पूर्व माध्यमिक शाला ओछीनापारा, अजय साहू पूर्व.मा.शाला रामपुर और श्रीमती आशा उज्जैनी माध्यमिक शाला जांजी को ज्ञानदीप पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री गौरव शिक्षा अलंकरण पुरस्कार से प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के 14 प्रधानपाठकों को सम्मानित किया गया। इनमें रामअवतार पटेल हरदीकला, शिवरात्री प्रसाद प्रा.शाला नरगोड़ा, सुरेश कुमार गुप्ता डोगरीपारा, फागुराम मार्को सकेरी, चन्द्रशेखर श्रीवास नवागांव, नरेन्द्र कुमार शर्मा पीपरखुर्द और विष्णुशरण सिंह बनाफर प्रा.शा.बरवासन। माध्यमिक शाला के प्रधानपाठक रामसेवक कटियारे मा.शाला बिटकुली, राधेहरि निर्मलकर हिर्री, रामप्रताप साहू गंज कोटा, नागेश्वर शर्मा पेण्डारी, रामकिशन पैकरा आमाडांड़, संजय कुमार श्रीवास्तव तरईगांव और गौकरण शर्मा प्रधानपाठक मा.शा.मरवाही को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर संयुक्त संचालक शिक्षा श्री आर.एस.चैहान, जिला शिक्षा अधिकारी श्री हीराधर, संयुक्त संचालक (विधि प्रकोष्ठ) श्री एस.के.चैबे, पार्षद श्री यादव सहित अन्य अधिकारी, प्राचार्य, व्याख्याता, शिक्षकगण, मीडिया के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।