October 3, 2020
आरएमओ डॉ. जायसवाल का निधन, केयर एंड क्योर हॉस्पिटल में ली अंतिम सांस

बिलासपुर। बिलासपुर शहर मेंं कोरोना वायरस कोविड-19 की दस्तक के साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में पूर्ण समर्पण भाव से काम करने वाले, डॉक्टर मनोज जायसवाल का आज तड़के सुबह देहावसान हो गया। उनकी मौत कोरोना वॉरियर्स के रूप में “शहादत” ही कही जाएगी। बिलासपुर के कोविड-19 अस्पताल में आरएमओ और नोडल अधिकारी के रूप में काम करने वाले डॉक्टर मनोज जायसवाल ने कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज में दिन-रात के साथ ही अपना जीवन भी खपा दिया। गायत्री परिवार के सदस्य डॉ मनोज जायसवाल कोविड-19 अस्पताल में नोडल अधिकारी के रूप में पूर्ण समर्पण से काम कर रहे थे। इसी बीच वे भी इस घातक महामारी से संक्रमित हो गए। उन्हें उपचार के लिए शहर के ही “केयर एंड क्योर” अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां 5 दिनों से उनका इलाज चल रहा था।उनके नजदीकी चिकित्सकों ने बताया कि कल उनका स्वास्थ्य काफी ठीक लग रहा था। और ऐसा लग रहा था कि कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के लिए अपनी पूरी ऊर्जा लगा देने वाले डॉ मनोज जायसवाल पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे। लेकिन कल देर रात उनका स्वास्थ्य एकाएक बिगड़ा और आज तड़के सुबह उनका देहांत हो गया। बिलासपुर में कोविड संक्रमण से जूझ रहे मरीजों के जीवन की रक्षा के लिए अग्रिम पंक्ति के योद्धा की तरह खड़े होकर काम करने वाले डॉक्टर मनोज जायसवाल का निधन बिलासपुर के लिए बहुत बड़ी क्षति है।अभी कुछ दिनों पूर्व ही उनके छोटे भाई और गायत्री नर्सिंग होम के संचालक डॉक्टर अजय जायसवाल का भी निधन हो गया था। प्रदेश शासन को इस अनूठी शख्सियत द्वारा की गई सेवा का स्मरण कर उनके शोक संतप्त परिवार की चिंता करनी चाहिए।