इन 6 लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है हल्दी का सेवन, संभलकर करें उपयोग

हर किसी के लिए हितकारी नहीं होता है हल्दी का सेवन। जानें किन लोगों को हल्दी खाने में बरतनी चाहिए पूरी सावधानी…

हम सभी जानते हैं कि हल्दी सेहत के लिए बहुत अधिक गुणकारी होती है। लेकिन कुछ खास स्थितियों में हल्दी हमारे शरीर को जहर की तरह नुकसान पहुंचाती है। इसलिए आपको पता होना चाहिए कि कब हल्दी का सेवन करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और कब हमारा शरीर और अधिक रोगी हो जाता है…

शुगर के मरीज और हल्दी का सेवन

-जिन लोगों का डायबिटीज का इलाज चल रहा होता है, उन्हें आमतौर पर खून को पतला रखनेवाली दवाएं दी जाती है। साथ ही ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रित भी किया जाता है। ऐसे में अगर ये लोग हल्दी का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं तो ब्लड शुगर की मात्रा बहुत ही कम हो सकती है, जो शरीर के लिए हानिकारक होगी।

जॉइंडिस होने पर ना खाएं हल्दी

-जिन लोगों को जॉइंडिस यानी पीलिया की समस्या हो, उन्हें हल्दी के सेवन से बचना चाहिए। आप अपनी बीमारी ठीक होने के बाद भी डॉक्टर की सलाह पर ही हल्दी का सेवन शुरू करें। अन्यथा यह आपकी तबीयत और अधिक खराब होने का कारण बन सकती है।

पथरी होने की स्थिति में

रक्तस्त्राव होने की समस्या

-जिन लोगों को नाक से अचानक या लगातार खून आने की समस्या हो उन्हें हल्दी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। इसके साथ ही जिन्हें रक्तस्त्राव संबंधी कोई अन्य समस्या या Epistaxis बीमारी हो उन्हें भी हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए या बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि हल्दी खून का थक्का जमने की प्रक्रिया को धीमा करती है।

-जिन लोगों को खून के पतलेपन की शिकायत हो उन्हें भी हल्दी का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि हल्दी खून को पतला करने का काम करती है। ऐसे में जिनका रक्त पहले से ही पतला है उन्हें दिक्कत हो सकती है।

जिन्हें एनीमिया हो

-जिन लोगों को एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी की शिकायत हो, उन्हें भी हल्दी का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। क्योंकि हल्दी के सेवन से शरीर में आयरन की खपत बढ़ जाती है और इसका रक्त के प्रवाह पर बुरा असर पड़ता है।

-क्योंकि हमारे शरीर में खून के प्रवाह को सही बनाए रखने में और शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बनाए रखने में आयरन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में आयरन का स्तर बेहद कम होने पर एनिमिक लोगों की समस्या और अधिक बढ़ सकती है।

प्रेग्नेंट महिलाओं को

-शरीर में इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए गर्भवती महिलाओं को हल्दी का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए।

-क्योंकि हर व्यक्ति के शरीर की प्रकृति अलग होती है और हल्दी तासीर में बहुत गर्म होती है। ऐसे में कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान भी ब्लीडिंग होने की समस्या हो सकती है या गर्भपात की स्थिति बन सकती है।

यदि आप बच्चे की प्लानिंग कर रहे हैं

-जो पति-पत्नी बच्चे की प्लानिंग कर रहे हैं, उन्हें भी हल्दी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि हल्दी शरीर में टेस्टोस्टेरॉन की मात्रा को कम करने का काम करती है। साथ ही यह पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या को भी कम करती है।

-दरअसल, हल्दी तासीर में तो गर्म होती है। लेकिन शरीर की कई तरह की अशुद्धियों को दूर कर तन और मन को शांत रखने का कार्य करती है। इसलिए जरूरी है कि हल्दी का सेवन सही मात्रा में किया जाए। ताकि इसके कारण किसी तरह की हानि ना उठानी पड़े।

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