इमरान को भारत का जवाब, PAK प्रतिनिधिमंडल ने फिर नफरत भरा भाषण दिया
न्यूयॉर्क. संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि नागराज नायडू (Nagraj Naidu) ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए यूएन से अपील की है कि आतंक को समर्थन देने वालों की पहचान की जाए. भारतीय प्रतिनिधि ने कहा, ‘पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने फिर नफरत से भरा भाषण दिया है. हर बार जब पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल बोलता है, तो विष और झूठे तथ्य उगलता है. नागराज नायडू ने कहा, ‘सामान्य संबंध बहाल करने के लिए कदम उठाने के बजाय पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सच्चाई से दूर कर देता है.पाकिस्तान को ये समझने की जरूरत है कि उसकी झूठी बयानबाजी को कोई स्वीकार करने वाला नहीं है.’
संयुक्त राष्ट्र की बैठक से भारत पर पड़ेगा दबाव : पाकिस्तानी राजदूत
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने 17 जनवरी को कहा कि हाल ही में हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक से भारत पर दबाव बढ़ेगा, जिससे उसकी ओर से जम्मू एवं कश्मीर में उठाए जाने वाले आक्रामक कदमों पर रोक लगेगी. द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट में बताया गया है कि जियो न्यूज से बात करते हुए अकरम ने कहा, “कश्मीर पर यूएनएससी सत्र ने भारत को बता दिया है कि उसे आक्रामक बयानबाजी करने और क्षेत्र में सैन्य तनाव को कम करने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है.”
पाकिस्तानी राजदूत ने कहा, “भारत को संदेश दिया गया है कि वह इस क्षेत्र में उठाए गए आक्रामक कदमों को वापस ले. अब संयुक्त राष्ट्र कभी भी कश्मीर मुद्दे को उठा सकता है.” राजदूत ने कहा, “कश्मीर पर 50 साल पुराने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव फिर से कार्यात्मक हो गए हैं. उन भारतीय बयानों को खारिज कर दिया गया है, जिसमें कहा जा रहा था कि कश्मीर एक आंतरिक मामला है.” अकरम ने कहा, “चीन के अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भी इस मुद्दे पर एक स्पष्ट रुख अपनाया है.”
अकरम का यह बयान पाकिस्तान की बौखलाहट दर्शा रहा है. दरअसल, हाल के दिनों में पाकिस्तान और उसके अनुरोध पर चीन ने कई बार संयुक्त राष्ट्र में जम्मू एवं कश्मीर के मुद्दे को हवा देने की कोशिश की है. इन दोनों ही देशों ने संयुक्त राष्ट्र में तथ्यों से परे जाकर कश्मीर को गलत तरीके से पेश करने के पुरजोर प्रयास किए हैं, मगर उन्हें हर बार मुंह की खानी पड़ी है.