इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमला, ट्रंप बोले, ‘हमारे निशाने पर हैं 52 ईरानी स्थल’
वाशिंगटन. बगदाद में अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल हमलों के बाद अमेरिका (US) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने धमकी दी है कि अगर ईरान (Iran) ने हमला किया तो अमेरिका उसके 52 ठिकानों को निशाना बनाएगा. इस बीच कई देशों ने ईरान और अमेरिका से संयम बरतने की अपील की है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा है कि इन 52 साइट्स (ईरान द्वारा बंधक बनाए गए 52 अमेरिकी बंदियों की याद में) में कई ईरान और ईरानी संस्कृति के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि इन ठिकानों और खुद ईरान को बहुत तेजी से और बहुत विध्वंसक तरीके से निशाना बनाया जाएगा. अमेरिका और ज्यादा धमकी नहीं चाहता है.
दो रॉकेट इराकी ठिकाने पर दागे गए जहां अमेरेकी सैनिक तैनात थे. रॉयटर्स के मुताबिक बगदाद (Baghdad) में अमेरिकी दूतावास के पास भी रॉकेट से हमला किया गया. हालांकि पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
इस बीच कई देशों ने ईरान और अमेरिका से संयम बरतने की सलाह दी है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अलग अलग तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैय्यप एडरेऑन के साथ फोन पर मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति पर बात की. तीनों नेताओं ने मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति पर चिंता जताई और विभिन्न पक्षों से संयम से काम लेने की अपील की.
ब्रिटेन के विदेश दूत डोमिनिक राब ने विभिन्न पक्षों से अपील की कि सोलेमानी की मौत के बाद मुठभेड़ की स्थिति को शिथिल बनाएं. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ हमारे हित के अनुरूप नहीं है.
सीरिया के विदेश मंत्रालय ने वक्तव्य जारी कर इराक और ईरान को संवेदना दी और अमेरिका की निंदा की. वक्तव्य में कहा गया है कि इराक की अस्थिरता का कारण अमेरिका है. इसके साथ साथ कतर और लेबनान के विदेश मंत्रालय ने भी वक्तव्य जारी कर विभिन्न पक्षों से संयम से काम लेने की अपील की, ताकि मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति न बिगड़े.
बता दें अमेरिकी सेना ने इराक की राजधानी बगदाद स्थित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमला किया था जिसमें ईरानी इस्लामिक रेवोल्युशन गार्ड कॉर्प्स के अधीनस्थ कोड्स फोर्स के कमांडर कासेम सोलेमानी समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी इस हमले के बाद ही दोनों देशों के बीच तनाव पर पहुंच गए हैं.