उत्तर कोरिया के तानाशाह Kim Jong Un ने पहली बार मानी गलती, कहा, ‘आर्थिक योजना पूरी तरह विफल रही’
प्योंगयांग. पूरी दुनिया की नाक में दम करने वाले उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने पहली बार अपनी गलती मानी है. किम ने सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की बैठक में स्वीकार किया कि उनकी पांच-वर्षीय आर्थिक योजना पूरी तरह विफल हुई है और हर क्षेत्र में नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं. उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 5 सालों में विकास को लेकर रखे गए लक्ष्यों को हासिल करने में हम विफल रहे हैं.
‘कड़वे अनुभवों से सबक लेना होगा’
स्टेट मीडिया KCNA के मुताबिक, अपने संबोधन में किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने कहा कि देश ने अपनी ताकत और वैश्विक प्रतिष्ठा को मजबूत करने में चमत्कारी जीत हासिल की, लेकिन 2016 में हमारे द्वारा बनाई गई पांच-वर्षीय आर्थिक योजना पूरी तरह विफल रही है. हर सेक्टर में हमें नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, ‘हमें अपनी सफलताओं और जीत को आगे बढ़ाना चाहिए, जो हमने कड़ी मेहनत के बाद हासिल की है. साथ ही हमें बीते दिनों मिले कुछ कड़वे अनुभवों से सबक भी लेना होगा’.
अगले 5 सालों का खाका होगा तैयार
किम जोंग ने 5 साल बाद कांग्रेस की बैठक बुलाई है. इस बैठक में पिछले कामों की समीक्षा के साथ ही अगले अगले 5 साल के लिए विकास का खाका तैयार किया जाएगा. बैठक में 250 पार्टी एग्जीक्यूटिव, 4,750 प्रतिनिधियों और 2,000 अन्य लोगों ने भाग लिया है. इससे पहले, 2016 में कांग्रेस की बैठक आयोजित की गई थी. यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन सत्ता ग्रहण करने वाले हैं. इसलिए अमेरिका भी बैठक पर नजर गड़ाए बैठा है.
Corona पर भी हुई चर्चा
इस बैठक में कोरोना महामारी के बारे में भी बातचीत हुई. उत्तर कोरिया ने आधिकारिक तौर पर कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि नहीं की है, हालांकि उसने विश्व स्वास्थ्य संगठन को हजारों संदिग्ध मामलों की सूचना जरूर दी है. वहीं, दक्षिण कोरियाई अधिकारियों का कहना है कि उत्तर कोरिया में संक्रमण से इनकार नहीं किया जा सकता. क्योंकि पिछले साल जनवरी में बॉर्डर सील होने से पहले उत्तर कोरिया के लोगों का चीन आना-जाना काफी ज्यादा था.
Kim के शासन की दूसरी बैठक
किम के शासनकाल में दूसरी बार पार्टी कांग्रेस की बैठक की जा रही है. इससे पहले 2016 में इसका आयोजन किया गया था, जोकि 4 दिन तक चली थी. वहीं, 1980 में 5 दिन और 1970 में यह 12 दिनों तक चली थी. इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद उत्तर कोरिया को लेकर उसकी नीतियों में परिवर्तन की उम्मीद है. इसके अलावा, आर्थिक योजना विफल होने की वजह से देश के सामने बड़ा आर्थिक संकट गहरा गया है.