उत्तर कोरिया ने बाइडेन को लेकर कही थी यह ‘गंदी बात’, अब सता रही होगी चिंता


वॉशिंगटन. अमेरिका (America) में नेतृत्व परिवर्तन के संकेतों के बीच दुनिया के कई देशों में वॉशिंगटन से रिश्तों को लेकर मंथन शुरू हो गया है. खासकर वे देश जो डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के करीबी रहे हैं या जो बाइडेन (Joe Biden) के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं, निश्चित तौर पर चिंतित होंगे. इसमें सबसे पहला नाम उत्तर कोरिया (North Korea) का होना चाहिए.

दबाव में नहीं आता, लेकिन…
वैसे, तो उत्तर कोरिया किसी के दबाव में नहीं आता, लेकिन जिस तरह के शब्द उसने बाइडेन के खिलाफ इस्तेमाल किये थे, उसे लेकर शायद वह अब थोड़ा चिंतित हो. पिछले साल उत्तर कोरिया ने जो बाइडेन को पागल कुता करार दिया था. एक अधिकारिक बनाया में बाइडेन की तुलना पागल कुत्ते तक से कर डाली थी, जिसे डंडे से पीट-पीटकर मार डालना चाहिए. इसके अलावा, बाइडेन को बेवकूफ भी  कहा गया था.

रूस से कैसे होंगे रिश्ते?
अब जब काफी हद तक यह साफ हो गया है कि जो बाइडेन व्हाइट हाउस पहुंचने वाले हैं. यह सवाल भी उठने लगा है कि रूस के साथ उनके रिश्ते कैसे होंगे? क्योंकि रूस को लेकर उनका नजरिया बेहद सख्त रहा है. कुछ वक्त पहले बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाया था कि वह रूस का सामना नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि ट्रंप रूस के ‘पपी’ की तरह हैं. उन्होंने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा था, ‘मैंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन का सीधा सामना किया है और साफ किया है कि हम कुछ गलत बर्दाश्त नहीं करेंगे. ट्रंप पुतिन के पपी हैं’. जो बाइडेन रूस को अमेरिका की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बता चुके हैं.

‘आज खुश तो बहुत होगे’?
जो बाइडेन की जीत को लेकर चीन और पाकिस्तान के पास खुश होने का सबसे ज्यादा मौका है. ट्रंप ने दोनों के खिलाफ ही कड़ा रुख अपनाया था, जबकि बाइडेन की नीति दोनों देशों के प्रति सॉफ्ट रह सकती है. उन्हें पाकिस्तान समर्थक के तौर पर भी देखा जाता है. बाइडन को 2008 में पाकिस्तान का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘हिलाल-ए-पाकिस्‍तान’ दिया गया था. इसके अलावा, बाइडन उन अमेरिकी नेताओं में शामिल रहे हैं जो पाकिस्तान को आर्थिक सहायता के समर्थन में रहे हैं. ऐसे में, पाकिस्तान चाहेगा कि डोनाल्ड ट्रंप के शासन में रिश्तों में आई तल्खी बाइडेन के आने से दूर हो जाए.

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