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कृषि मास मीडिया समिति की बैठक सम्पन्न : कृषि मास मीडिया समिति की बैठक 24 दिसंबर 2020 को संभागीय संयुक्त संचालक कृषि बिलासपुर कार्यालय में गूगल मीट के माध्यम से आनलाईन दोपहर 12 बजे सम्पन्न हुई। इस बैठक में जनवरी 2021 में आकाशवाणी केन्द्र बिलासपुर के माध्यम से किसानवाणी कार्यक्रम के अंतर्गत प्रसारण होने वाले विषय एवं वार्ताकार तय किये गये।
शिक्षक गृह निर्माण सहकारी समिति मंगला का निर्वाचन कार्यक्रम : शिक्षक गृह निर्माण सहकारी समिति मंगला का निर्वाचन कार्यक्रम 30 दिसंबर को जारी किया गया है। जिसके अनुसार नामांकन पत्र प्रस्तुत करने की तिथि 5 जनवरी, नामांकन पत्रों की समीक्षा 7 जनवरी, नामांकन पत्रों की वापसी तथा चुनाव लड़ने वाले अंतिम उम्मीदवारों की सूची का प्रकाशन एवं चिन्हों का आबंटन 8 जनवरी, विशेष साधारण सम्मिलन 16 जनवरी, अध्यक्ष या उपाध्यक्ष एवं अन्य सोसाइटियों के प्रतिनिधियों तथा अन्य पदाधिकारियों के निर्वाचन की सूचना 19 जनवरी को तथा अध्यक्ष या उपाध्यक्ष एवं अन्य सोसाइटियों के प्रतिनिधियों तथा अन्य पदाधिकारियों का निर्वाचन 22 जनवरी 2021 को होगा।
सुपोषण अभियान से अरमान को मिली सेहत की सुरक्षा : छत्तीसगढ़ में चल रहे सुपोषण अभियान से अन्य बच्चों की तरह अरमान को भी सेहत की सुरक्षा मिली है। विकासखंड बिल्हा के ग्राम पंचायत सेवार निवासी जितेन्द्र मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं। 14 मई 2019 को उनके घर में अरमान का जन्म हुआ । जन्म के समय अरमान का वजन मात्र 2.5 कि.ग्रा. था। बच्चे के वजन को लेकर अरमान के माता-पिता बहुत चिन्तित रहते थे। जितेन्द्र की आय से घर का भरण -पोषण मुष्किल से चलता है। इसके चलते उनके लिए अलग से कुछ कर पाना संभव नहीं था। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से अरमान को जोड़ा गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती रोहिणी वैष्णव द्वारा अरमान के माता-पिता को खान-पान एवं स्वच्छता से संबंधित समझाईष दी गयी। अरमान को सप्ताह में तीन दिन चना, गुड़ एवं मूंगफली से बना पौष्टिक लडडू दिया गया। रेडी टू ईट एवं हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन कराया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा नियमित रूप से गृह भेंट कर अरमान के वजन की जांच की जाती थी। मुख्यमंत्री बाल संदर्भ षिविर में नियमित स्वास्थ्य जांच की जाती थी। समय-समय पर आयोजित सुपोषण चैपाल के माध्यम से जागरूक भी किया गया। इन सब प्रयासों के चलते अरमान दिसम्बर 2019 तक मध्यम श्रेणी में आ गया। फरवरी 2020 तक अरमान का वजन 7.5 कि.गा्र. हो गया एवं वह सामान्य श्रेणी में आ गया। अरमान की सेहत में आए इस सुधार से उसके माता-पिता बहुत खुष हैं। वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल द्वारा शुरू की गयी योजना हम जैसे दीहाड़ी मजदूरी करने वालों के लिए वरदान है। यह हमारे लिए कभी संभव नहीं हो पाता कि हम बच्चों को ऐसी सेहत की सुरक्षा दे पाते।
मोटर चलित ट्रायसिकल से अब आसान होगी जिंदगी : खरगना निवासी रवि निर्मलकर समाज कल्याण विभाग से मोटर चलित ट्रायसिकल पाकर बहुत खुष हैं। वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बहुत संवेदनशील हैं। उनकी संवेदनशीलता के चलते हम जैसे लोगों को मदद मिल पा रही है। 30 वर्षीय श्री निर्मलकर भी कुछ काम करना चाहते हैं ताकि परिवार के लोगों की कुछ मदद कर सकें लेकिन दिव्यांग होने के कारण उन्हें दूसरों पर आश्रित रहना पड़ता है। मोटर चलित ट्रायसिकल मिल जाने से उन्हें अब किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। निर्मलकर कहते हैं कि अब वे भी अपना कुछ काम शुरू कर पाएंगे। काम नहीं होने के कारण वे निराश रहते थे लेकिन अब परिस्थितियां बदल जाएंगी।
आत्मविश्वास के साथ करेंगे बर्फ बेचने का काम हेमू मोटर चलित ट्रायसिकल मिलने से मिली मदद : गुनसरी निवासी हेमू सोनवानी दिव्यांग होने के बावजूद बर्फ बेेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं लेकिन इस काम को करने में उन्हें बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। समाज कल्याण विभाग से मिली मोटर चलित ट्रायसिकल मिलने से उन्हें अपने बर्फ बेचने के काम में बहुत मदद मिलेगी। वे कहते हैं कि बर्फ लाने से लेकर बेचने तक उन्हें दूसरों पर आश्रित रहना पड़ता था, कभी-कभी ऐसा भी होता था कि समय पर सामान लाकर देने वाला कोई नहीं होता था। ऐसे दिनों में बिना काम के रहना पड़ता था। इन मुश्किल दिनों में परिवार का भरण-पोषण बमुश्किल हो पाता था। श्री सोनवानी कहते हैं कि मोटर चलित ट्रायसिकल मिल जाने से मेरी मुुश्किलें अब कम हो जाएंगी। मुझे किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
बिहान योजना से संवरी जानकी की जिंदगी : विकासखण्ड कोटा के ग्राम करगीकला निवासी सुश्री जानकी साहू के पास आजीविका का कोई स्त्रोत नहीं था। परिवार की जिम्मेदारी भी सुश्री जानकी के ऊपर थी। कभी मजदूरी कर परिवार का खर्च चलाने वाली जानकी आज बुलंद हौसलों के साथ स्वयं का सिलाई का काम कर रही है। सुश्री साहू जय गंगा मईया स्व-सहायता समूह से जुड़ी एवं 15 दिवस का प्रशिक्षण प्राप्त किया। सीखने की ललक एवं कुछ कर गुजरने की चाहत से आज उन्होंने अपना खुद का मुकाम हासिल कर लिया है। परिवार का भरण-पोषण भी वे बखूबी करने लगी है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत उन्हें एक लाख रूपये का अनुदान सिलाई मशीन बैंक लिंकेज प्रक्रिया के रूप में मिला। इस राशि से मशीन खरीदकर उन्होंने अपना काम शुरू किया। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। अब वे समूह की दूसरी महिलाओं को भी सिलाई का प्रशिक्षण देकर प्रेरित कर रही हैं। साथ ही वे बिहान योजना के तहत एफएलसीआरपी के रूप में कार्यरत हैं, जिससे उन्हें 5 हजार रूपये प्रतिमाह मिल रहा है। समूह से जुड़ने के बाद सुश्री साहू को एक नई पहचान मिली है। इस कार्य को करने से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है, अपितु उन्हें परिवार एवं समाज में अधिक मान-सम्मान मिलने लगा है। वे अपनी वर्तमान स्थिति से बहुत खुश हैं एवं भविष्य में सिलाई के कार्य को और बढ़ाना चाहती है। वे कहती है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलायी जा रही यह योजना वरदान सिद्ध हो रही है। वे अपने समूह की महिलाओं को भी सिलाई में पारंगत कर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करने में जुटी हुई हैं।
शिक्षक संवर्ग की सीधी भर्ती में अभ्यर्थियों से प्राथमिकता क्रम निर्धारण की तिथि में वृद्धि : लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा शिक्षक संवर्ग की सीधी भर्ती के संबंध में अभ्यर्थियों से संभाग एवं जिले का प्राथमिकता का क्रम निर्धारण के लिए निर्देशित किया गया था। वर्तमान में बहुत कम संख्या में अभ्यर्थियों द्वारा प्राथमिकता का क्रम निर्धारण किया गया है। इस कारण से पूर्व के निर्धारित तिथि में वृद्धि की गई है। लोक शिक्षण संचालनालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षक (सभी विषय) 28 दिसम्बर से वृद्धि कर 7 जनवरी 2021 एवं सहायक शिक्षक (सभी विषय) 31 दिसम्बर के स्थान पर 11 जनवरी तथा सहायक शिक्षक विज्ञान (सभी विषय) का 2 जनवरी से बढ़ाकर 12 जनवरी 2021 की तिथि निर्धारित की गई है।