एक दशक से टीम इंडिया के वनडे किंग हैं विराट कोहली, जानिए डिटेल


नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की मौजूदा वक्त में क्या हैसियत है, ये बात तो हर क्रिकेट प्रेमी जानता है. लेकिन कोहली ने अपना ये मुकाम बनाने के लिए कम पापड़ नहीं बेले हैं यानी उन्हें कम मेहनत नहीं करनी पड़ी है. विराट ने इसके लिए खुद को एक ‘टॉम ब्वॉय’  से ‘फिटनेस फ्रीक’ में बदला और धीरे-धीरे उनका करियर परवान चढ़ता गया.

 

विराट ने 18 अगस्त को अपना इंटरनेशनल करियर चालू होने की 12वीं सालगिरह मनाई, लेकिन सही मायने में देखा जाए तो उनका टीम इंडिया के लिए असली करियर 2010 से ही चालू हुआ था, जब उन्हें लगातार प्लेइंग इलेवन में जगह मिलने लगी थी. यही वो साल था जब विराट ने टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाकर खुद को नई पीढ़ी का स्टार साबित कर दिया था. आइए देखते हैं कि इसके बाद 10 साल में विराट कोहली वनडे क्रिकेट में किस तरह लगातार किंग बनते चले गए.

 

ओपनिंग बल्लेबाज बने थे डेब्यू में, सहवाग की ली थी जगह
शायद बहुत कम ही लोगों को याद होगा कि विराट कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना डेब्यू मुकाबला एक ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर खेला था. 18 अगस्त, 2008 को श्रीलंका के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज के लिए पहले मैच में विराट कोहली को पहली बार पिच पर उतरने का मौका दिया गया था. उन्होंने टीम में महान ओपनर और अपने दिल्ली टीम के सीनियर वीरेंद्र सहवाग की जगह ली थी, जो उस सीरीज में नहीं खेल रहे थे. विराट ने उस सीरीज में सभी 5 मैच ओपनर के तौर पर खेले थे और  12, 37, 25, 54, 31 के स्कोर बनाकर अपनी प्रतिभा साबित कर दी थी. इसके बावजूद विराट कोहली को अगले एक साल तक टीम इंडिया के आखिरी 11 खिलाड़ियों में जगह बनाने का मौका नहीं मिला था.

2010 के साल से बदला विराट का करियर
विराट कोहली के लिए 2010 का साल असल में बेहद लकी साबित हुआ. उन्हें पहली बार नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला, जो आज भी कायम है. ये मौका मिला बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ खेली जा रही त्रिकोणीय सीरीज के दौरान. इस सीरीज में विराट कोहली 91.66 के औसत के साथ 275 रन बनाकर तीनों टीमों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. उन्होंने नॉटआउट 102 रन की पारी खेलने के साथ ही 91 रन और नॉटआउट 71 रन के स्कोर भी बनाए. इससे मिले आत्मविश्वास की बदौलत विराट उस साल 995 रन के साथ वनडे क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने.

 

2 साल छोड़कर हर साल रहे हैं अव्वल
2010 के बाद महज 2015 और 2019 को छोड़कर हर साल विराट कोहली ने ही टीम इंडिया के लिए कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा वनडे रन बनाए हैं. इन दोनों ही साल में उन्हें रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने दूसरे नंबर पर पीछे छोड़ा है. विराट ने 2011 में 34 मैच में 1,381 रन, 2012 में 17 मैच में 1,026 रन, 2013 में 34 मैच में 1268 रन, 2014 में 21 मैच में 1054 रन, 2015 में 20 मैच में 623 रन, 2016 में 10 मैच में 739 रन, 2017 में 26 मैच में 1460 रन, 2018 में 14 मैच में 1202 रन और 2019 में 26 मैच में 1,377 रन बनाए थे.

हर साल बढ़ा है विराट का 2008 से कैलेंडर ईयर में औसत
2008 में 31 के औसत से शुरुआत करने वाले विराट कोहली ने इसके बाद 2015 को छोड़कर हर साल अपने ओवरऑल करियर रन औसत में इजाफा किया है और अब ये 60 के करीब पहुंच चुका है. यही निरंतरता उन्हें सही मायने में वनडे किंग साबित करती है. विराट ने 2008 में 31.80, 2009 में 44.00, 2010 में 46.21, 2011 में 46.88, 2012 में 51.13, 2013 में 51.54, 2014 में 52.61, 2015 में 50.60, 2016 में 52.93, 2017 में 55.74, 2018 में 59.83 और 2019 में 59.84 के औसत से साल का खात्मा किया है. इस लिहाज से 2015 ही इकलौता साल भी रहा है, जब विराट का औसत अपने पिछले साल के औसत से 2 अंक नीचे आया है.

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