एयरपोर्ट की तरह वर्ल्ड क्लास बनेगा ये स्टेशन, रेलवे ने तैयार किया प्लान
नई दिल्ली. देश के जिन रेलवे स्टेशनों की तस्वीर बदलने जा रही है उनमें से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन एक होगा. दिल्ली का सबसे व्यस्ततम रेलवे स्टेशन होने के नाते यहां पर भव्य निर्माण करना एक चुनौती भी है, लेकिन रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी की माने तो सारा प्लान फाइनल कर लिया गया है. जल्द ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को नए सिरे से कंस्ट्रक्ट करने का काम शुरू हो जाएगा.
आपको बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हर दिन लगभग साढ़े चार लाख से ज्यादा यात्री आते-जाते हैं. सामान्य दिनों में हर दिन इस स्टेशन से लगभग 400 ट्रेनें आती-जाती हैं.
रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के वाइस चेयरमैन वेद प्रकाश डूडेजा के मुताबिक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का डिजाइन इस लिहाज से तैयार किया गया है जो ना सिर्फ भारतीय इतिहास, संस्कृति के दर्शन कराएगा बल्कि मॉडर्न इंडियन कल्चर की एक बेहतरीन तस्वीर भी होगा.
वेद प्रकाश के मुताबिक स्टेशन का डिजाइन इस तरह का रखा गया है कि जो भी यात्री रेलवे स्टेशन आना चाहें वह ना तो कनॉट प्लेस के ट्रैफिक जाम में फंसें और ना ही रेलवे स्टेशन के आसपास के किसी तरह के ट्रैफिक जाम में. इसके लिए स्टेशन के चारों तरफ एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर डिजाइन किए गए हैं.
बता दें कि देशभर में रेल मंत्रालय 400 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय बनाने जा रहा है. इसके लिए रेल मंत्रालय ने रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (IRLDA) और इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट काउंसिल (IRSDC) का गठन किया है. IRLDA जहां देश के 62 बड़े रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने पर काम कर रहा है वहीं IRSDC को 61 रेलवे स्टेशनों का जिम्मा दिया गया है. देश के अधिकतर रेलवे स्टेशन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर तैयार किए जा रहे हैं. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भी उसी आधार पर तैयार होगा. जाहिर तौर पर एयरपोर्ट की तरह यदि फैसिलिटी होगी तो लोगों को इस फैसिलिटी के लिए ज्यादा कीमत भी चुकानी होगी यानी यूजर चार्ज लगेगा.
रेलवे का कहना है नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक और प्लेटफार्म के ऊपर कॉनकोर्स पर ही सारी फैसिलिटी उपलब्ध होंगी. अराइवल डिपार्चर कॉनकोर्स पर ही होंगे. मल्टी स्टोरी बिल्डिंग होगी जिसमें लग्जरी वेटिंग रूम से लेकर तमाम तरह की कमर्शियल एक्टिविटीज के लिए भी जगह रहेगी. 5000 गाड़ियों के लिए मल्टी लेवल पार्किंग होगी और यही नहीं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन एक मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के तौर पर डेवलप किया जा रहा है जहां पर ट्रेन, मेट्रो और बस की सुविधा रेलवे स्टेशन से ही उपलब्ध रहेगी.
रेलवे का कहना है कि डेवलपर या कंसोर्सियम जिसको भी रेलवे स्टेशन दिया जाएगा. डिजाइन बिल्ड फाइनेंस ऑपरेट ट्रांसफर के आधार पर 60 साल के लिए दिया जाएगा. इसका सीधा मतलब यह है कि यदि आपको रेलवे स्टेशन पर वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी मिलेंगी तो उसके लिए आपको पैसे भी ज्यादा खर्च करने होंगे.