कच्छ के रास्ते घुसपैठ की फिराक में PAK कमांडो, सुरक्षा एजेंसियों का अलर्ट

नई दिल्ली. भारतीय तटरक्षक (कोस्टगार्ड) द्वारा गल्फ ऑफ़ कच्छ के सभी पोर्ट और शिप्स ओनर को एलर्ट रहने की एडवाइज़री जारी की गई है. खुफिया सूत्रों के हवाले से खबर है कि पाकिस्तान से ट्रेनिंग लिए कुछ कमांडो गल्फ ऑफ़ कच्छ के समुद्री इलाको में घुसपैठ कर सकते है. इसके मद्दे नज़र सुरक्षा एजेंसियों ने गुजरात के बड़े पोर्ट अदानी पोर्ट, पंडित दीनदयाल उपाध्याय (कांडला) पोर्ट, पीपावाव पोर्ट और समुद्री किनारे आई रिफाइनरी को चोकन्ना रहने का आदेश. बीएसएफ, इंडियन कोस्टगार्ड और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना रहने का आदेश दिया गया है.

सभी पोर्ट ने अपने शिप होल्डर को सुरक्षा के नियम पालन करने का आग्रह किया गया है. भारतीय तटरक्षक का कहना है कि ये कमांडों पानी के अंदर से हमला करने में भी ट्रेंड हैं. कोस्टगार्ड ने सुरक्षा उपाय करने के लिए इस जानकारी को निजी कंपनियों से भी साझा किया है. अडानी कंपनी ने अपने बयान में कहा है, ‘सुरक्षा के अत्यधिक उपाय करने और गुजरात राज्य में किसी भी अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए यह निर्देशित है,’

मुन्द्रा बंदरगाह पर सभी जहाजों को सतर्क निगरानी के लिए कहा गया है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट समुद्री नियंत्रण स्टेशन और पोर्ट ऑपरेशन सेंटर को तुरंत देने के लिए कहा गया है.

पाकिस्तान ने यह कदम एलओसी पर मध्यम दूरी के तोपखाने को तैनात करने और एलओसी पर अपनी सेना को इकट्ठा करने के कुछ दिनों बाद उठाया है.  जब युद्ध विराम के उल्लंघन की बात आई तो पाकिस्तान ने पहले छोटे हथियारों का इस्तेमाल किया था. भारत ने एलओसी को अस्थिर करने के पाकिस्तानी प्रयासों को बढ़ाने के लिए बोफोर्स का इस्तेमाल किया है.

गौरतलब है कि पाकिस्तान ने एलओसी पर अपने विशेष सेवा समूह (एसएसजी), एक एलीट कमांडो बल और बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) को तैनात किया है. 31 जुलाई और 1 अगस्त की रात को, भारतीय बलों ने करेन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार से घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था. जिसके बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने न्यूक्लिर अटैक की धमकी भी दी थी.

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!