कश्मीर पर ट्रंप के बयान पर भारत का जवाब, यहां पर तीसरे पक्ष को लेकर कोई जगह नहीं
नई दिल्ली. कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की पेशकश को भारत ने ठुकरा दिया है. स्विट्जरलैंड के शहर दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) से इतर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर पर मदद की बात पर भारत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मसला है. यहां पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई जगह नहीं है.
कश्मीर पर पाकिस्तान की बयानबाजी पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाक की टिप्पणियों में कोई नई बात नहीं है. वे ऐसा काफी महीनों से बोल रहे हैं. उनके बयान विरोधाभासी और तथ्यों से परे हैं. उनके दोहरे मानदंड हैं और हताशा को दर्शाते हैं. पाकिस्तान एक तरफ तो पीडि़त कार्ड खेलता है और दूसरी तरफ आतंकियों को पनाह देता है. अगर वो गंभीर हैं तो आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई क्यों नहीं करते? उनको इस तरह की बयानबाजी से बाज आना चाहिए. अपने देश की चुनौतियों से कैसे निपटना है, उस पर ध्यान देना चाहिए.
चीन में कोरोना वायरस फैलने के मसले पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि जो लोग चीन से आ रहे हैं उनको स्क्रीनिंग से गुजरना होगा. बाकि जो लोग वहां पर रह रहे हैं, उनको उससे कैसे बचना है, उसके लिए प्रयास करना होगा. जो लोग चीन से आ रहे है उनको स्क्रीनिंग प्रोसेस से गुजरना होगा, चाहे वो भारतीय स्टूडेंट्स हो या कोई और.