कांग्रेस पदाधिकारियों ने इन बिन्दुओ पर पत्रकारों से की चर्चा

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी की पत्रकारवार्ता के बिन्दु
1. भाजपा और कांग्रेस के बीच विचारधारा की लड़ाई है।
2. भाजपा और कांग्रेस के विकास की सोच भी अलग-अलग है।
3. कांग्रेस के लिए विकास का अर्थ किसानों की, मजदूरों की समृद्धि और इसके द्वारा व्यापार व्यवसाय उद्योग धंधे में बढ़ोत्तरी और व्यापार उद्योग जगत की समृद्धि है।
4. भाजपा के लिए विकास का अर्थ स्काईवॉक राजधानी रायपुर में सरकार की नाक के नीचे बने एक्सप्रेसवे जैसे घटिया निर्माण कार्यों में कमीशन खोरी है।
5. भाजपा के लिए विकास का अर्थ झलियामारी, सारकेगुड़ा, पेद्दागेलूर, एड्समेटा, मीना खलखो जैसे बर्बरता महिला विरोधी कांड है। इसीलिये प्रदेश की महिलायें भाजपा में विश्वास खो चुकी है।
6. भाजपा के लिए विकास का अर्थ नान का 36 हजार करोड़ का घोटाला है, फसल बीमा घोटाला है, नसबंदी कांड, अंखफोड़वा कांड, गर्भाशय कांड जैसी घटनाएं भाजपा का विकास है।
7. भाजपा के लिए विकास का अर्थ झीरम में कांग्रेस के नेताओं की शहादत और बिलासपुर कांग्रेस भवन में रघुपति राघव राजा राम गा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर भवन के भीतर जाकर लाठीचार्ज है।
8. भाजपा की विकास की ऐसी विकृत अवधारणा के कारण छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव 2018 में फैसला लिया था कि ऐसा भाजपाई विकास छत्तीसगढ़ को नहीं चाहिये।
9. बीजेपी की विकास की ऐसी अवधारणा छत्तीसगढ़ के लोगों को स्वीकार नहीं है।
10. विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा के फर्जी कमीशनखोर विकास की अवधारणा को छत्तीसगढ़ के मतदाता खारिज कर चुके हैं और नगरीय निकाय चुनाव में भी भाजपा फिर से खारिज होने जा रही है।
11. कांग्रेस के पार्षद उम्मीदवार वार्डों से रिकार्ड संख्या में विजयी होने जा रहे हैं।
12. प्रदेश में कांग्रेस को 80 प्रतिशत से अधिक वार्डों में सफलता मिलेगी।
13. 2014 में 63 प्रतिशत नगरीय निकायों में कांग्रेस को सफलता मिली थी।
14. कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव 2019 में 2014 से भी बहुत बेहतर प्रदर्शन करेगी।
15. 2018 के विधानसभा चुनावों में रायपुर, अंबिकापुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़, चिरमिरी भिलाई, बीरगांव, जगदलपुर के नगर निगमों के विधानसभा क्षेत्रों में भी कांग्रेस के ही उम्मीदवार विजयी हुये थे।
16. शहरों के विकास के लिये छत्तीसगढ़ के शहरों के मतदाता इस बार भी विधानसभा चुनावों की ही तरह कांग्रेस को ही चुनेंगे।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन की पत्रकारवार्ता के बिन्दु
प्रदेश में वर्ष 2003 से 2018 तक भारतीय जनता पार्टी लगातार संकल्प पत्र, वचन पत्र जारी कर आदिवासी, किसान, युवा, व्यापारी, महिलाओं व आम जनता को छलने-ठगने का काम कर रही है, जिसका अंत 2018 में 15 सीट में सिमटकर हुआ है।
अब फिर नगरीय निकाय चुनाव में पूर्व की तरह झूठ का पुलिंदा संकल्प पत्र जारी कर भाजपा शहरी जनता को ठगने-छलने का प्रयास कर रही है। जनता भाजपा और रमन सिंह के छलावे और झूठे संकल्प पत्र के बहकावे में अब और नहीं आने वाली है। ये वही रमन सिंह और भाजपा है, जिसने नगरीय निकाय के पदाधिकारियों के अधिकार छीने थे, जिसे कांग्रेस की सरकार ने वापस दिलाया है।
कांग्रेस ने एक साल के कार्यकाल में अपने 36 चुनावी वादों में से 22 वादे पूरा करके जनता का विश्वास हासिल किया है, सरकार बनते ही 2 घंटे में 11000 करोड़ की कर्जमाफी और 2500 रू. में धान खरीदी करके अपने वादों में खरी उतरी है और प्रदेश की जनता को विश्वास हो गया है कि, कांग्रेस जो कहती है वह करती है। कांग्रेस सरकार ने अपने कामों से लोगों का दिल जीता है। शहरों की जनता को कांग्रेस पर विश्वास है और अधिक से अधिक कांग्रेसी पार्षद जीतकर आयेंगे।
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