किसानों के साथ हुआ अन्याय तो करेगें आर्थिक नाकेबंदी : मोहन मरकाम

बिलासपुर. जिला कांग्रेस के एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में उमड़ा जन सैलाब, प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में किसानों के लिए कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन – मोदी सरकार पर जमकर बरसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम प्रदेश के 37 लाख किसानों को न्याय दिलाकर रहेगें – बिलासपुर/प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम बिलासपुर के नेहरू चैक पर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण व शहर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित धरना प्रदर्शन में केन्द्र की भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। केन्द्र की भाजपा सरकार को किसान विरोधी व संघीय व्यवस्था को दूषित करने वाला बताते हुए किसानों के साथ न्याय की लड़ाई में आर्थिक नाकेबंदी तक की चुनौती दी। बिलासपुर शहर से लेकर दूरस्थ ग्रामीण अंचल के ग्रामीणों किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति से नेहरू चैक पर जनसैलाब दिखायी दिया।  प्रदेश के धान पर केन्द्र सरकार के प्रतिबंध के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में कांग्रेस आक्रामक मुद्रा में है। केन्द्रिय पूल के धान खरीदी पर लगे प्रतिबंध को हटाने, देश में व्याप्त आर्थिक नाकेबंदी, 45 वर्षाें की रिकार्ड बेरोजगारी, बढ़ती मंहगाई, भ्रष्टाचार, अराजकता सहित अन्य मुद्दों पर जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन का आयोजन जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण व शहर के संयुक्त तत्वाधान में दोपहर 12 बजे से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में आयोजित किया गया था। जिला कंाग्रेस कमेटी के धरना प्रदर्शन में पांच हजार से अधिक किसानों, कार्यकर्ताओं, महिलाओं, युवाओं की उपस्थिति से नेहरू चैक की ट्र्ेफिक व्यवस्था को संभालने पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी।  प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम मुख्यमंत्री के साथ रायपुर से हेलीकाॅप्टर से बिलासपुर पहुंचे और लगभग दोपहर 2 बजे धरने में शामिल हुए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य की कांग्रेस सरकार की किसानों के प्रति प्रतिबद्वता को दोहराते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री ने 2 घंटे के अंदर किसानों का कर्ज माफ किया और 2003 से 15 वर्षांे तक कर्ज माफी की जुमलेबाजी करने वाले संकल्प पत्र में घोषणा करने वाले 15 वर्षों तक सत्तासीन रहने के बाद भी  किसी किसान का कर्ज माफ नहीं कर पाए। किसानों के धान खरीदी 2500 रू. प्रति क्विंटल में खरीदी होगी औप प्रत्येक वर्ष होगी भाजपा की दूषित राजनीति इसे रोक नहीं सकती। केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित 1815 व 1835 रू की दर पर भी छत्तीसगढ़ के किसानों का धान न लेना प्रदेश के अन्नदाता का अपमान है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केन्द्र सरकार को प्रदेश के बस्तर क्षेत्र के 700 गांव खाली करा छत्तीसगढ़ का खनिज, कोयला व अन्य संसाधन चाहिए लेकिन प्रदेश के किसानों का धान नहीं चाहिए जो सर्वथा निंदनीय है। प्रदेश के 37 लाख किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी खड़ी है व न्याय दिलाकर रहेगी। किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा आवश्यकता पड़ने पर  आर्थिक नाकेबंदी जैसे सख्त कदम भी उठाये जाएंगे।  आंकड़ों के आधार पर बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि विगत वर्ष 80 लाख मीट्र्कि टन धान लगभग 20 हजार करोड़ रू. में खरीदा गया इस बार लगभग 120 लाख मीट्र्ीक टन धान आनुमानित खरीदना है जिसमें राज्य और केन्द्र का अलग अलग कोटा है। केन्द्रिय पूल की धान जब 2017-18 में खरीदी गयी उसके पहले मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने खरीदा तो प्रदेश के साथ यह सौतेला व्यवहार अक्षम्य है। मोदी सरकार पर संघीय ढ़ांचा ध्वस्त करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि खनिज संपदा में हम पूरे देश में दूसरे स्थान पर हैं और संघीय व्यवस्था में अपने संसाधनों से देश के कई हिस्सों को लाभ दे रहे है।  लगभग 58 लाख परिवारों के राशन कार्ड को अब 72 लाख परिवारों का राशन कार्ड बनवाया जा रहा है। संगठन के पदाधिकारियों से अपील करते हुए प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष ने कहा कि पदाधिकारी उन्हीं कार्यकर्ताओं का नाम टिकट के लिए सुझाएं जिन्होंने कांग्रेस के लिए योगदान दिया हो, तेरा मेरा या पक्षपात से बचकर कांग्रेस के लिए संघर्ष करने वालों का नाम आगे करना है। चित्रकोट व दंतेवाड़ा सीटों के उपचुनाव का हवाला देते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भूपेश सरकार के कामकाज पर जनता की मुहर है। इस चुनाव ने सरगुजा के बाद बस्तर को भी भाजपा मुक्त कर दिया है।  धरना प्रदर्शन में स्वागत भाषण देते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने जिले व प्रदेश के किसानों की पीड़ा बयां करते हुए कहा कि प्रदेश में मंदी का दौर बेअसर रहा किसान खुशहाल है क्योंकि कांग्रेस की सरकार आते ही किसानों के लिए चहुंमुखी विकास का रास्ता खोल दिया गया। केन्द्र में भाजपा सरकार प्रदेश की कांग्रेस सरकार को किसानों का हित करने से रोक रही है। प्रदेश के भाजपा संासदों, विधायकों व प्रतिनिधियों का अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए कि वे प्रदेश के किसानों की धान की केन्द्रिय पूल पर प्रतिबंध के पक्ष में हैं या विपक्ष में। विजय केशरवानी ने जनसैलाब की उपस्थिति को कांग्रेस के सफल आंदोलन का आगाज बताते हुए कहा कि जनतंत्र की यह आवाज मोदी सरकार का सिंहासन जरूर हिलाएगी। शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने कहा कि  जब तक प्रदेश व देश का किसान खुशहाल नहीं होगा देश तरक्की नहीं कर सकता। कृषि विकास कुल जीडीपी में 5 से 7 प्रतिशत तक रहता था वह अब 2 प्रतिशत पर आ गया है यह मोदी सरकार की विफलता की सच्ची कहानी है। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन शहर विधायक शैलेष पांडेय व तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ने करते हुए प्रदेश के किसानों की न्याय की लड़ाई में भागीदार सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उपस्थित जनसैलाब प्रदेश के जागरूकता व संघर्ष का परिचायक है। इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाकर किसानों को न्याय दिलाया जाएगा। धरना प्रदर्शन का संचालन जिले के प्रभारी महामंत्री एवं प्रवक्ता अनिल सिंह चौहान ने करते हुए धरना प्रदर्शन के मुद्दों व केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के संदर्भ में जानकारी दी।  कार्यक्रम को पूर्व विधायक दिलीप लहरिया, सियाराम कौशिक, प्रदेश कांग्रेस सचिव अर्जुन तिवारी, प्रवक्ता ऋषि पांडेय, नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन, महामंत्री अभिषेक सिंह, युंका प्रदेश का. अध्यक्ष महेन्द्र गंगोत्री, राजकुमार अंचल, जय श्री शुक्ला, आशा सिंह, ब्लाॅक अध्यक्ष राजेन्द्र धीवर, नारायण शर्मा, विनय शुक्ला, अनिता लब्हात्रे, सीमा पांडेय, अवधेश गुर्जर, आदि ने संबोधित करते हुए प्रदेश की भूपेश सरकार ने एक वर्ष के भीतर घोषणा पत्र के दो तिहाई वायदे पूरे कर लगभग पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया है जबकि मोदी सरकार ने करोड़ों युवाओं की नौकरी छीनने का कार्य किया है। देश की जनता, किसानों, व्यापारियों सहित सभी वर्गाें से वायदा खिलाफी की है।  धरना प्रदर्शन में उपस्थित प्रमुख कांग्रेसजनों में मुंगेली जिलाध्यक्ष आत्मा सिंह, प्रदेश सचिव रविन्द्र सिंह, महेश दुबे, प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, शेख गफ्फार, वाणी राव, रामशरण यादव, किसान नेता अजय सिंह, पूर्व महापौर राजेश पांडेय, पंकज सिंह, विजय पांडेय, ओमप्रकाश गंगोत्री, ब्लॅाक अध्यक्ष गणों में शंकर यादव, अमित यादव, विनोद साहू, संदीप शुक्ला, आदित्य दीक्षित, आनंद जायसवाल, प्रशांत श्रीवास, अमोल पाठक, त्रिभुवन साहू, शिवनाथ देवांगन, झगर राम सूर्यवंशी, अजय यादव, विरेन्द्र साहू, गुलाब सिंह राज, राजेन्द्र साहू, नीरज जायसवाल, राजू खटीक, कमलेश दुबे, राजेश्वर भार्गव, चित्तू सिंह ठाकुर, मुन्ना श्रीवास, आशीष शर्मा, रवि परिहार, दुलारे, भावेन्द्र गंगोत्री, राजेश टंडन, जित्तू यादव, राकेश सिंह, सुनील सिंह, नीलेश यादव लक्की, केशव गोरख, आई टी सेल जिलाध्यक्ष अनिल शुक्ला, सिद्धांशु मिश्रा, मनोहर कुर्रे, धर्मेश शर्मा, सुभाष ठाकुर, अरूण त्रिवेदी, कौशल पांडेय, दुबे सिंह कश्यप, गीतांजली कौशिक, नानक रेलवानी, जयपाल निर्मलकर, मोती कुर्रे, सोम वर्मा, संजय जायसवाल, रोमहर्ष शर्मा, पुष्पराज उपाध्याय, अभिषेक दुबे, अफरोज बेगम, आशा पांडेय, भरत जोशी, राजा व्यास, मल्लू पंत आदि शामिल थे। उक्ताशय की जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस महामंत्री व प्रवक्ता अनिल सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने 2 दिनों में कार्यकारिणी के बैठक के उपरांत प्रदेश के किसानों के लिए दिल्ली में प्रदर्शन के संबंध में फैसला लेने की बात कही है। 

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!