कुपोषित बच्चों और शिशुवती महिलाओं को घर-घर जाकर दिया जायेगा सूखा राशन और पौष्टिक लड्डू
बिलासपुर. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले के 20 हजार शिशुवती माताओं को घर-घर जाकर सूखा राशन दिया जायेगा साथ ही गंभीर एवं मध्यम कुपोषित 26 हजार से अधिक बच्चों को पौष्टिक लड्डू का वितरण भी घर-घर जाकर किया जायेगा। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों में कुपोषित बच्चों को पौष्टिक लड्डू और शिशुवती माताओं को गर्म भोजन प्रदान किया जाता है। कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका और लॉकडाउन के कारण शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि हितग्राहियों को पौष्टिक आहार पैकेट बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उनके घर में प्रदान किया जायेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला-बाल विकास विभाग ने बताया कि शिशुवती माताओं को 21 दिन का सूखा राशन और कुपोषित बच्चों को एकमुश्त एक माह के लिये पौष्टिक लड्डू दिया जा रहा है। राशन सामग्री पैकेट बनाकर दिये जाएंगे। सूखा राशन में चावल, मिक्स दाल व चना दिया जायेगा, जिसमें चावल प्रतिदिन 100 ग्राम के हिसाब से 2100 ग्राम और मिक्स दाल 50 ग्राम के मान से 1050 ग्राम, चना 75 ग्राम के 1575 ग्राम का पैकेट रहेगा। सभी हितग्राहियों को 7 अप्रैल के पहले राशन सामग्री और पौष्टिक लड्डू प्रदान कर दिया जायेगा।
बीपीएल हितग्राहियों को दो माह निःशुल्क चावल और नमक वितरण शुरू, 3.75 लाख गरीबों को मिलेगा लाभ : सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत बिलासपुर जिले के चार विकासखंड और सात नगरीय निकायों के 3 लाख 75 हजार 423 बीपीएल हितग्राहियों को माह अप्रैल और मई के चावल और नमक का निःशुल्क वितरण शुरू हो गया है। इसके लिए नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा 1 लाख 24 हजार 337 क्विंटल चावल और 4295 क्विंटल रिफाइन्ड नमक का आबंटन एवं भंडारण किया गया है। कोटा विकासखंड के अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितग्राहियों के लिए 1164 क्विंटल चने का भंडारण किया गया है। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान गरीब परिवारों को खाद्यान्न की समस्या न हो इसको ध्यान में रखते हुए यह व्यवस्था की गई है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि बिलासपुर जिले के विकासखंड बिल्हा, तखतपुर, मस्तूरी, कोटा और नगरीय निकाय रतनपुर, कोटा, तखतपुर, बिलासपुर, मल्हार, बोदरी और बिल्हा के अन्त्योदय, निराश्रित, अन्नपूर्णा, प्राथमिकता वाले राशनकार्ड धारक व निःशक्त जनों को निःशुल्क चावल व नमक प्रदान किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के 2 लाख 76 हजार 597 हितग्राही और नगरीय क्षेत्रों के 98 हजार 826 हितग्राही इससे लाभान्वित होंगे। ग्रामीण क्षेत्र में अंत्योदय कार्डधारक हितग्राही 66, 215, निराश्रित 2522, अन्नपूर्णा 198, प्राथमिकता 2 लाख 7 हजार 237 और 425 निःशक्त जन कार्डधारी हैं । शहरी क्षेत्र में अन्त्योदय कार्ड धारक 21 हजार 537, निराश्रित 1116, अन्नपूर्णा 16, प्राथमिकता 76044 और 113 निःशक्तजन कार्डधारी हैं। हितग्राही अपनी सुविधानुसार इकट्ठे दो माह का या अलग-अलग माह का खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं।
मंगल स्पंज एवं स्टील की ओर से कोरोना नियंत्रण के लिए 3 लाख रुपये का सहयोग : मंगल स्पंज एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड ने कोरोना महामारी आपदा नियंत्रण के लिए तीन लाख रुपये का सहयोग दिया है। कम्पनी के अधिकारियों ने आज कलेक्टर डॉ. संजय अलंग को इस राशि का चेक सौंपा। उन्होंने दो लाख रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष और एक लाख रुपये रेडक्रास सोसायटी शाखा बिलासपुर को सहयोग राशि प्रदान किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष एवं सदस्यों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया एक माह का मानदेय : जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरूण सिंह चैहान एवं समस्त सदस्यों का एक माह का मानदेय एवं जिला पंचायत के अधिकारी एवं कर्मचारियों का एक दिन का वेतन महामारी कोरोना कोविड-19 संक्रमण के बचाव चिकित्सा खर्च के लिये मुख्यमंत्री राहत कोष में कुल राषि 2 लाख 41 हजार 436 रूपये दी गई है।
श्री चैहान ने अन्य प्रतिनिधि एवं सक्षम लोगों से कोरोना राहत कोष में धन राशि देने की अपील की है। जिससे जरूरतमंद लोगों की सहायता की जा सके।