August 1, 2020
कोरोना काल में कालाबाजारी करने वालों पर प्रशासन नहीं कर रही है कार्रवाई

बिलासपुर. तेजी से फैल रहे करोना बीमारी को लेकर एक ओर शासन प्रशासन के लोग जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। शहर के समस्त गली-मोहल्लों में लोग मजमा लगाकर बैठ रहे हैं, वहीं दुकानदारी करने वाले जमकर मनमानी कर रहे हैं, गुटखा, तंबाखू, गुडाखू जैसे प्रतिबंधित सामानों को दोगुना दामों पर बेच रहे हैं। इस तरह की कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। लॉकडाउन के पहले व दूसरे चरण में शासन ने सख्ती बरती थी लेकिन अभी के दौर में मंहगे दामों में सामान बेचने वालों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। जबकि शासन द्वारा निर्धारित समय पर बाजार हाट जाने वालों से पुलिस जुर्माना वसूल जरूर कर रही है।
शहर में तेजी से बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए जिलाधीश ने लॉकडाउन की तारीख बढ़ा तो दी है लेकिन कालाबाजारी करने वालों पर लगाम नहीं लगाया जा रहा है। गुटखा-तंबाखू जैसे प्रतिबंधित सामानों की जमकर कालाबाजारी की जा रही है। इसी तरह गांजा, शराब और मेडिकल नशे का कारोबार भी खुलेआम किया जा रहा है। जबकि हाट बाजार जाने वालों से पुलिस द्वारा नियमों का हवाला देकर जुर्माना वसूल किया जा रहा है। लोग पुलिस की चालानी कार्रवाई से सहम गए हैं, उन्हें कोरोनो से ज्यादा कार्रवाई का भय सताने लगा है। हेलमेट, मास्क लगाने के बाद भी पुलिस कर्मचारी जबरिया नियमों का हवाला देकर लूट-खसोट कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ पुलिस के जवान तपती धूप व तेज बारिश में भी अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हट रहे है, लोगों को सामाजिक दूरी बनाने और मास्क पहनने व बेवजह घरों से नहीं निकलने की सलाह भी देते नजर आ रहे हैं। कालाबाजारी करने वाले व्यापारी माल जमा कर अपने घरों से ही प्रतिबंधित सामानों को आसानी से बेच ले रहे हैं। शहर के प्रमुख चौक चौराहों में पुलिस की तैनाती के अलावा रात्रि गश्त पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिस तरह से सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए आम लोगों से पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है ठीक इसके विपरित किराना सामान के आड में गुटखा-तंबाखू जैसे प्रतिबंधित सामानों को बेचने वालों को पूरी तरह से छूट दे दी गई है।