कोरोना के बाद जब दोबारा खेल शुरू होगा तो खिलाड़ी, फैंस के बीच इसका डर जरूर रहेगा : राहुल द्रविड़
नई दिल्ली. साल 2010 में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे. सचिन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर की जमीन पर 147 गेंदों में 200 रन बनाकर इतिहास रच दिया था. अपनी 25 चौक्कों और 3 छक्कों से भरी जबरदस्त पारी के दौरान सचिन ने साउथ अफ्रीका के लगभग हर गेंदबाज की खूब पिटाई की थी, फिर चाहें डेल स्टेन (Dale Steyn) हों या जैक कैलिस, दक्षिण अफ्रीका का कोई भी गेंदबाज उस दिन सचिन को रोकने में कामयाब नहीं हो सका था. आज 10 साल बाद स्टेन ने सचिन की उस पारी के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है. स्टेन ने अपने बयान में कहा कि सचिन तो असल में 190 रन पर ही आउट हो गए थे पर भारतीय फैंस के डर से अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया था.
स्टेन ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के साथ बातचीत के दौरान इस वाक्ये के बारे में बताया और कहा कि जब सचिन 190 रन पर पहुंच गए थे तो उन्होनें सचिन को एक बेहतरीन गेंद डाली जिस पर सचिन बीट हो गए. फिर क्या था, देखते ही देखते स्टेन ने अंपायर के सामने सचिन को एलबीडब्ल्यू करार दिए जाने की अपील की पर अंपायर इयान गोल्ड (Ian Gould) ने उनकी अपील को दरकिनार कर दिया. जब स्टेन ने अंपायर से ये पूछा कि उन्होनें सचिन को आउट क्यों नहीं दिया तो गोल्ड ने जवाब दिया कि स्टेडियम भारतीय प्रशंसकों से खचाखच भरा हुआ है और अगर ऐसे में उन्होनें सचिन को आउट दे दिया तो वो अपने होटल वापिस नहीं लौट पाएंगे.
स्टेन ने एंडरसन को बताया कि, ‘तेंदुलकर ने हमारे खिलाफ ग्वालियर में वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाया और मुझे वास्तव में याद है, मुझे लगता है कि जब वो करीब 190 रन के स्कोर पर थे तो मैंने उन्हें एलबीडब्लू आउट कर दिया था. उस मैच में इयान गोल्ड अंपायर थे और उन्होंने सचिन को नॉट आउट करार दिया.’
स्टेन ने आगे कहा, ‘मैंने फिर इयान गोल्ड से पूछा कि आपने सचिन को आउट क्यों नहीं दिया? इसके बाद गोल्ड ने मुझसे कहा कि चारों ओर देखो, अगर मैंने सचिन को आउट दे दिया, तो मैं होटल में वापस नहीं जा पाउंगा.’
भारत में सचिन के खिलाफ गेंदबाजी करना दुनिया के किसी भी गेंदबाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती होता था और स्टेन ने भी इसका अनुभव कई बार किया. उन्होंने कहा, ‘आप खराब गेंदबाजी करते हैं और वह आपको चौका मारते हैं. खासकर भारत जैसी जगह पर. आप एक खराब गेंद डालते हैं और वह आपको चौका जड़ देते हैं. वह शून्य पर भी हैं और अगर मैच मुंबई में है और सचिन चौका जड़ देते हैं, तो ऐसा लगता है कि आपकी दुनिया खत्म हो रही है. वह 4 पर नॉटआउट हैं पर आपको ऐसा लगेगा जैसे कि सचिन 500 पर नॉट आउट हैं.’