कोरोना को लेकर बढ़ते विवाद के बीच अमेरिका ने चीन को दी टेलीकॉम बैन करने की धमकी


वाशिंगटन. अमेरिकी (US) सरकार के शीर्ष विभागों ने कानूनी और सुरक्षा जोखिमों के चलते बीजिंग के नियंत्रण वाली कंपनी चाइना टेलीकॉम (Telecom) को अमेरिकी बाजार में सेवाएं देने से प्रतिबंधित करने की सिफारिश की है. न्याय विभाग ने गुरुवार को यह घोषणा की.

रक्षा, विदेश और आंतरिक सुरक्षा सहित अन्य विभागों ने एक व्यापक समीक्षा के बाद कहा कि संघीय संचार आयोग को चीनी (China) कंपनी की अमेरिका में सहायक इकाई चाइना टेलीकॉम (अमेरिका) की अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार सेवाएं मुहैया करने के लिए दी गईं सभी मंजूरियां निरस्त कर देनी चाहिए.

न्याय विभाग ने अपने बयान में कहा, ”कार्यकारी शाखा एजेंसियों ने चाइना टेलीकॉम के संचालन से जुड़ी पर्याप्त और अस्वीकार्य राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून प्रवर्तन जोखिमों की पहचान की और इसके संचालन की तरीकों को अमेरिकी हितों के खिलाफ माना है.’

न्याय विभाग, वाणिज्य विभाग, यूएस ट्रेड प्रतिनिधि और यूएस काउंटर-इंटेलिजेंस आदि एजेंसियों ने कहा कि चीन टेलीकॉम चीनी सरकार के प्रभाव में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों को इस बात की गलत जाकारी दी गई है कि यह अपने अमेरिकी रिकॉर्ड को कहां रखता है और साइबर सुरक्षा किस तरह व्यवस्थित करता है.

एजेंसियों ने अमेरिकी कार्यक्रमों को लेकर चाइना टेलीकॉम के रुख को लेकर भी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि ये कंपनी दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधियों के साथ साथ आर्थिक जासूसी और अमेरिकी संचार को बाधित करने के प्रयासों में लिप्त पाई गई है.

चाइना टेलीकॉम को लेकर एफसीसी की अनुशंसा पर ही फैसला होना है, लेकिन ये तय है कि इसमें व्हाइट हाउस की भूमिका अहम होगी. इसे बीजिंग के साथ चल रही व्यापारिक बातचीत से जोड़कर भी देखा जा सकता है. ये बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन द्वारा देश में काम कर रही विदेशी दूरसंचार कंपनियों से संबंधित राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं की औपचारिक समीक्षा के 5 दिन बाद सामने आई. इससे पहले सितंबर 2019 में डेमोक्रेट सीनेटर चक शूमर और रिपब्लिकन सीनेटर टॉम कॉटन ने राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए अमेरिका में चाइना टेलीकॉम और चाइना यूनिकॉम पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की थी.

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