कोरोना पर भारी भारत की ये रणनीति, रिकवरी रेट 68.32% पहुंचा
नई दिल्ली. दुनिया में कोहराम मचाने वाला कोरोना वायरस (corona virus) भारत में धीरे- धीरे दम तोड़ने लगा है. सरकारों की ‘3T’ रणनीति (3T strategy) के चलते देश में कोरोना से ठीक होने वालों की दर 68.32 प्रतिशत हो गई है. वहीं मृत्यु दर घटकर 2.04 प्रतिशत रह गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक केंद्र, राज्य और संघ शासित सरकारों ने मिलकर कोरोना से निपटने के लिए जो ‘Test, Track, Treat’ (3T) रणनीति बनाई थी, उसका असर अब साफ नजर आने लगा है. भारत में अब प्रत्येक 10 लाख पर केवल 1469 कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. जबकि दुनिया में यह दर 2425 बनी हुई है. रिकवरी रेट भी लगातार बढ़ते हुए 68.32 प्रतिशत तक पहुंच गया है. मृत्यु दर में भी लगातार कमी आ रही है.
मंत्रालय के अनुसार कोरोना को काबू में करने के लिए कंटेनमेंट जोन बनाने, टेस्ट करने, पीड़ितों को तुरंत आइसोलट करने और गंभीर मरीजों का अस्पतालों में इलाज करने का तरीका कारगर रहा है. प्रभावी निगरानी बड़े स्तर पर टेस्टिंग से कोरोना के मामले बढ़ने की रफ्तार में कमी आई है. सभी सरकारों के समन्वित प्रयासों से मृत्यु दर भी लगातार घट रही है. फिलहाल भारत में प्रत्येक 10 लाख पीड़ितों में से 30 लोगों की जान जा रही है. जबकि बाकी दुनिया में यह दर प्रति 10 लाख पर 91 बनी हुई है. पिछले 24 घंटों में देश भर के विभिन्न अस्पतालों से करीब 49 हजार मरीज डिस्चार्ज किए गए हैं.
मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटेन में प्रति 10 लाख आबादी पर 684 लोगों की मौत हुई है. जबकि अमेरिका में 475, ब्राजील में 458, मेक्सिको में 385 और रूस में प्रति दस लाख की आबादी पर 101 मौतें हुई हैं. संक्रमण के मामले में ब्राजील में प्रति दस लाख आबादी पर 13,451 और अमेरिका में 14,446 मामले सामने आ रहे हैं जोकि भारत की तुलना में क्रमश: नौ और 10 गुणा अधिक हैं.
मंत्रालय के मुताबिक भारत में प्रति 10 लाख की आबादी पर जांच में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है और यह आज 16,947 है. देश में अभी तक आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 20 लाख 88 हजार 611 हो गई है.