’कोरोना वायरस से बचाव के लिए हरसंभव उपायों को अमल में लाया जायेगा’


बिलासपुर. कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ. संजय अलंग द्वारा आदेश जारी कर जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारियों को इंसिडेन्ट कमांडर नियुक्त किया है। ये अधिकारी कोरोना वायरस कोविड-19 की रोकथाम हेतु भारत सरकार, छत्तीसगढ़ शासन, विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये जाने वाले उपायों को अमल में लाना सुनिश्चित करेंगे। अनुविभागीय दंडाधिकारी श्री देवेन्द्र पटेल को राजस्व अनुविभाग बिलासपुर के नगरीय व ग्रामीण सीमा क्षेत्र, अनुविभागीय दंडाधिकारी श्री देवेश ध्रुव को राजस्व अनुविभाग कोटा के नगरीय एवं ग्रामीण सीमा क्षेत्र, श्री अखिलेश साहू को राजस्व अनुविभाग बिल्हा के नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र तथा श्रीमती मोनिका वर्मा मिश्रा को राजस्व अनुविभाग मस्तूरी के नगरीय एवं ग्रामीण सीमा क्षेत्र के लिए इंसिडेन्ट कमांडर नियुक्त किया गया है। कलेक्टर के आदेशानुसार इंसिडेन्ट कमांडर व सम्बन्धित क्षेत्र के थाना प्रभारी लॉकडाउन की स्थिति में आवश्यकतानुसार आने-जाने के लिए पास जारी करेंगे।

’पशु चारा की उपलब्धता सुनिश्चित करने पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश’ : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिले के लॉकडाउन के दौरान पशुओं के लिये चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी पशु चिकित्सा अधिकारियों की होगी। कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने इस सम्बन्ध में निर्देश दिया है। कलेक्टर ने पशु चिकित्सा अधिकारियों से कहा है कि लॉकडाउन के दौरान पशुओं के चारे की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। वे यह सुनिश्चित करें कि पशु पालकों को सरलता से चारा उपलब्ध हो सके इसके लिए उन्हें भटकना न पड़े।

’कोरोना से बचाव के लिए क्वैरेंटाइन कै दौरान दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की कलेक्टर ने, दंड का भी प्रावधान’ : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना संदिग्धों के सम्पर्क में आने वालों अथवा बाहर से यात्रा करके शहर पहुंचने वाले सभी लोगों से कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए क्वैरैन्टाइन में रहने की अपील की है। बाहर से आये प्रत्येक व्यक्ति को इसकी सूचना देना तथा क्वैरैन्टाइन में रहना आवश्यक है अन्यथा उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है। कलेक्टर डॉ. अलंग ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों से 57 टूरिस्ट बसों में यात्रा करते लगभग एक हजार यात्री हाल के दिनों में बिलासपुर पहुंचे हैं। इन सबको क्वैरेन्टाइन में रखा जा रहा है। इसके अतिरिक्त अन्य प्रांतों से लौटे मजदूरों को भी क्वैरेन्टाइन किया जा रहा है। गुरु घासीदास केन्द्रीय विवि की कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता और उप-महाधिवक्ता सुश्री हमीदा सिद्दीकी ने अपनी यात्रा के बारे में जिला प्रशासन को सूचित किया। इसके बाद उन्हें उनके निवास पर क्वैरैन्टाइन पर रखा जा रहा है। क्वैरैन्टाइन के दौरान व्यक्ति को 14 दिन निगरानी में रखा जाता है। उन्हें अपने निवास पर रहना है और किसी से भी सम्पर्क नहीं करना है। इस अवधि में चिकित्सक उनकी निगरानी भी करेंगे तथा लक्षण मिलने पर जांच की जायेगी।

’दानदाताओं से अब तक मिले 11 लाख रुपये, कलेक्टर ने ज्यादा से ज्यादा दान की अपील की’ :  जिला कलेक्टर व भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी बिलासपुर के अध्यक्ष डॉ. संजय अलंग की अपील पर अब तक दानदाताओं ने सह्रदयता दिखाते हुए दो दिनों में 11 लाख रुपये का सहयोग दिया है। कलेक्टर ने इसके लिए आभार मानते हुए और लोगों को सामने आने की अपील की है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. अलंग ने सोमवार को कोरोना वायरस से निपटने के लिए लोगों से अधिक से अधिक स्वैच्छिक दान देने की अपील की थी। प्राप्त 11 लाख रुपये में से 5 लाख रुपये मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आपात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दिया गया है। मुख्य दानदाताओं में संजय अग्रवाल रामा ग्रुप, जिला उद्योग संघ, छत्तीसगढ़ पॉवर एवं कोल बेनिफिकेशन, शैलेष शुक्ला, अमित गुलहरे, मंजू पांडेय, उषा साहू सहित 50 से अधिक लोग शामिल हैं।

रेडक्रास खाते में जमा कराई सकती है दान की राशि : रेडक्रॉस सोसायटी के लिये अंशदान का धनादेश सचिव, भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी, जिला शाखा बिलासपुर के नाम से प्रदान की जा सकती है। साथ ही रेडक्रॉस के देना बैंक स्थित खाता क्रमांक- 111710024015, आईएफएससी कोड बीकेडीएन 0821117 में सीधे स्थानांतरित कर सकते हैं। इसकी जानकारी रेडक्रॉस सोसायटी के जिला समन्वयक को मोबाइल नंबर 9425549728 पर वाट्सएप के माध्यम से दी जा सकती है, जिससे दानदाता को अंशदान की रसीद उपलब्ध कराई जा सके।

जिला पंचायत सदस्यों ने एक माह का मानदेय कोरोना राहत कोष में दिया : जिला पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सभी सदस्यों ने मुख्यमंत्री कोरोना राहत कोष में एक माह का मानदेय देने की घोषणा की है। अध्यक्ष श्री अरुण सिंह चैहान ने इस बारे में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रितेश अग्रवाल को पत्र लिखकर अवगत कराया है। श्री चैहान ने अन्य जन-प्रतिनिधियों तथा सक्षम लोगों से भी कोरोना राहत कोष में धन राशि देने की अपील की है जिससे जरूरतमंदों की सहायता की जा सके।

’लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने फ्री किचन में अन्नदान करें’ :  कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए लागू लॉकडाउन के कारण अनेक स्थानों पर जरूरतमंदों को भोजन की आवश्यकता पड़ रही है, जिसके लिए अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं व समाजसेवी फ्री किचन का कार्य कर रहे हैं। जिसके लिये अन्नदान किया जा सकता है। नवरात्रि पर्व पर कन्या भोज के नाम पर भी फ्री किचन में दान किया जा सकता है।

श्रमिकों को तत्काल मदद पहुंचाने कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति बनी, हेल्पलाइन नंबर जारी :  नोवेल कोरोना वायरस से उत्पन्न परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में जरूरतमंद पंजीकृत श्रमिकों व कर्मकारों को आवश्यकतानुसार तात्कालिक सहायता प्रदान करने के लिए कलेक्टर डॉ. संजय अलंग की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रितेश अग्रवाल सदस्य, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी श्री बी.एस. उइके सदस्य एवं नोडल अधिकारी तथा सहायक श्रमायुक्त श्रीमती ज्योति शर्मा सदस्य सचिव होंगे। यह समिति श्रमिकों के प्रकरणों का निराकरण 24 घंटे के भीतर करेगी। श्रमिकों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 7489174678 भी जारी किया गया है।

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