कोरोना संकट के बीच भारी तबाही मचा सकता है समुद्री तूफान, इन जिलों में हाईअलर्ट जारी
नई दिल्ली. कोरोना संकट के बीच प्रकृति भी अपना क्रोध बरपा सकती है. एक तरफ से देखा जाए तो इस वक्त मौसम पूरे देश में ही नाजूक हालात लिए हुए है. लगातार आंधी-बारिश के दौर चल रहे हैं. इसी बीच बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात ‘अम्फान’ का खतरा मंडरा रहा है.
चक्रवाती तूफान के मद्देनजर बंगाल के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है. तूफान की आहट से ओडिशा, छत्तीसगढ़, बंगाल और आंध्र प्रदेश में अलर्ट जारा किया गया है. पांच-छह दिन खराब मौसम की चेतावनी दी गई है.
छत्तीसगढ़ के सुकमा में शनिवार शाम 6:30 बजे के आस-पास भयंकर तूफान ने दोरनापाल में तबाही मचा दी है. इस तूफान के कारण दर्जनों घरों के छत उड़ गए और बड़ी संख्या में कई जगहों पर पेड़ भी गिरे जिससे लोगों की संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा.
रविवार शाम तक आ सकता है चक्रवात
मौसम कार्यालय ने बताया कि इस तूफान के प्रभाव से 19 मई से राज्य के तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. क्षेत्रीय मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि कम दबाव का क्षेत्र रविवार की शाम तक भयंकर चक्रवात में बदल सकता है और यह 17 मई तक उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ सकता है. उन्होंने बताया कि इसके 18 से 20 मई के दौरान उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और फिर पश्चिम बंगाल तट की ओर बढ़ने की संभावना है.
मछुआरों को खाड़ी के पास न जाने की सलाह
इसके प्रभाव से उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली समेत पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में 19 मई और 20 मई को भारी बारिश होने का अनुमान है. मछुआरों को 18 मई से 21 मई तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा तटों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के पास नहीं जाने की सलाह दी गयी है और जो समुद्र में हैं, उन्हें 17 मई तक तटों की ओर लौटने को कहा गया है.
हवा की गति रहेगी तेज
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों और इसके आसपास 45 से 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने और फिर 19 मई की दोपहर से 65 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है. हवा की गति 20 मई की सुबह 75 से 85 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने की संभावना है.