कोरोना संक्रमण से मृत मुस्लिम समाज के व्यक्ति के नि:शुल्क व ससम्मान अंतिम संस्कार के लिए समाज ने की अनुकरणीय पहल
बिलासपुर. मुस्लिम समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम बिलासपुर देवेंद्र पटेल के जरिए जिला प्रशासन को एक ज्ञापन देकर कोरोना से संक्रमित किसी भी व्यक्ति की मौत होने पर उनका ससम्मान कफन दफन करने में मदद की पेशकश की है। समाज के लोगों ने एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की मौत होने पर अगर उन्हें सूचना दी जाती है। तो वे उनका, मगरपारा के खामोश कब्रिस्तान में ससम्मान कफन दफन करने में प्रशासन की मदद करने के लिए तैयार हैं। बशर्ते उन्हें इसकी सूचना दी जाए। वही प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया है कि ऐसी कोई मौत होने पर उन्हें ज्ञापन में दिए गए नंबरों पर सूचित करने से वे मृतकों का मुस्लिम रीति-रिवाज के साथ उनका निशुल्क अंतिम संस्कार करेंगे। ज्ञापन में मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि मंडल ने बकायदा एसडीएम को कुछ व्यक्तियों के फोन नंबर भी सौपे हैं। जिन पर सूचना देने के बाद संक्रमित मृतक के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी वो वहन करेंगे।
दूसरे समाज के लोग भी इसका अनुसरण करें
मुस्लिम समाज ने अपने समाज के कोरोना स़ंक्रमित मृतकों के नि:शुल्क व ससम्मान अंतिम संस्कार करने की जो पहल की है। उसका अन्य समाज के लोगों को भी आगे आकर अनुसरण करना चाहिए। जिससे विभिन्न समाज के कोरोना संक्रमितों की मौत होने के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर प्रशासन को हो रही दिक्कतों का निराकरण हो सके। प्रशासन से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों में शहजादी कुरैशी, शेख मकसूद अंसारी, सलीम भाई तारबहार, अब्दुल मन्नान, युसूफ अली, जाकिर अली की ईरानी, हाफिज भारमल, अब्दुल मतीन नगर वाला, मोहम्मद वसीम बाबा, तथा चुचैहापारा मस्जिद के सैयद मोहम्मद शाह शामिल थे। इन सभी के फोन नंबर समाचार के साथ जिए जा रहे हैं। समाज के किसी भी व्यक्ति की कोरोना संक्रमित होने के कारण मौत होने पर ससम्मान निशुल्क अंतिम संस्कार के लिए उनसे इन फोन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।
अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन से मांगा पीपीई किट
समाज के लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि प्रशासन, अंतिम संस्कार के समय पहना जाने वाला पीपीई किट उन्हे प्रदान करे। जिससे वे उसे पहनकर अंतिम संस्कार कर सकें।