क्या शुगर पेशंट को गिलोय लेनी चाहिए? कोरोना, डेंगू और मलेरिया में कैसे करें इसका सेवन, जानें
कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के समय में गिलोय (Giloy) लेने की सलाह दी जा रही है। लेकिन क्या डायबिटीज (Diabetes) के रोगी इसे ले सकते हैं? यहां जानें…
गिलोय एक प्राकृतिक हर्ब है। आयुर्वेद में इसके सेवन की सलाह सदियों पहले से दी गई है। आज के समय में गिलोय बच्चे, बड़ों और बूढ़ों सभी के लिए लाभकारी है। क्योंकि कोरोना (Coronavirus) से बचाने में गिलोय (Giloy) की भूमिका बहुत अहम है। गिलोय के प्रभाव और कोरोना से बचाव में इसके रोल को आयुष मंत्रालय (Ayush Ministry) और यूएस के फूड ऐंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन भी स्वीकार कर चुका है। यहां जानें कोरोना, डेंगू और मलेरिया जैसे संक्रामक बुखारों में गिलोय का सेवन क्यों लाभकारी है और इसे कैसे लेना चाहिए…
तरीका और मात्रा हो सही
-गिलोय का सेवन कब और कितनी मात्रा में करना चाहिए, यह निर्धारित करने के लिए आपको अपनी उम्र का ध्यान रखना होगा। एक बात तो बिल्कुल साफ है कि गिलोय का सेवन चाहे जिस भी रूप में करें, करना सुबह के समय और खाली पेट ही होगा।
गिलोय के नियमित सेवन का तरीका
– बेहतर होगा कि आप इसे नियमित रूप से शुरू करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से भी परामर्श करें। क्योंकि आपकी सेहत को देखते हुए वही, सबसे सटीक बात बता सकते हैं।
गिलोय कैसे लेते हैं?
-यदि आपके घर में गिलोय की बेल है या आप बाजार से गिलोय का तना लाए हैं तो आप इसको एक गिलास पानी में पका लें। इस दौरान इसमें एक लौंग और एक काली मिर्च भी कूटकर डाल दें। सर्दियों के मौसम में आप इसमें अदरक भी डाल सकते हैं।
-जब यह पानी पकते हुए आधा रह जाए तो गैस बंद कर दें और इस पानी को छानकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। यदि आप गिलोय की गोली का सेवन करना चाहते हैं तो हर दिन सुबह खाली पेट गिलोय की एक गोली का सेवन कर सकते हैं।
डायबिटीज के रोगी कैसे लें?
-फिर चाहे आप गिलोय को जूस की तरह लें या फिर टैबलेट के रूप में। क्योंकि गिलोय भी रक्तचाप को कम करने का कार्य करती है। ऐसे में आपकी दवाई तो आपका बीपी कम करेगी ही, गिलोय भी आपका बीपी कम करेगी। इससे आपका बीपी सामान्य से बहुत कम हो सकता है।