क्या समय से पहले हो सकते हैं CBSE के बोर्ड एग्जाम?
नई दिल्ली. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) इस साल कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम समय से पहले कंडक्ट कर सकता है. दरअसल, बोर्ड के ऐसा करने के पीछे का कारण NEET, JEE जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं को आयोजित कराना है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नीट और जेईई जैसी परीक्षाओं को आयोजित कराने के लिए बोर्ड 2021 में समय से पहले 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं करा सकता है. हालांकि अभी तक इस संबंध में बोर्ड की ओर से किसी तरह की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
स्कूलों में पाठ्यक्रमों को पूरा करने की तैयारी शुरू
सूत्रों का दावा है कि सीबीएसई ने 2021 में उम्मीद से पहले 10वीं और 12वीं के एग्जाम कंडक्ट कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बोर्ड की ओर से उम्मीदवारों की सूची और परीक्षा फॉर्म (LOC) की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. सीबीएसई से संबद्ध तमाम स्कूलों की क्लासरूम में पाठ्यक्रमों को समय पर पूरा करने की तैयारियां जारी हैं. सभी शिक्षक बोर्ड के आदेशानुसार अपने-अपने सब्जेक्ट के पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि स्टूडेंट्स को एग्जाम के दौरान किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. क्योंकि इस साल एग्जाम उम्मीद से पहले आयोजित हो रहे हैं लिहाजा स्कूलों को जल्द पाठयक्रम को निपटाना होगा.
कोविड-19 के कारण CTET एग्जाम हुआ पोस्टपोन
पिछले दिनों आईं कुछ रिपोर्टों में ये दावा किया गया था कि CBSE पाठ्यक्रम को या तो छोटा करने की योजना बना रहा है या परीक्षा में 45 से 60 दिनों की देरी कर सकता है. बोर्ड के ऐसा करने के पीछे की वजह कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप था. बाद में बोर्ड ने पाठ्यक्रम को छोटा कर दिया. इससे पहले बोर्ड ने कोविड-19 के चलते केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) का एग्जाम स्थगित कर दिया था. हालांकि, अब इस परीक्षा की तारीख तय हो चुकी है. सीबीएसई बोर्ड की ओर से आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) की परीक्षा 31 जनवरी 2021 को होगी. पहले यह एग्जाम पांच जुलाई 2020 को निर्धारित था. रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी और आस-पास के इलाकों में तमाम स्कूलों के प्रिंसिपल्स CBSE बोर्ड परीक्षा को पोस्टपोन करने के पक्ष में नहीं हैं. स्कूल प्राचार्यों का मानना है कि बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करना सही कदम नहीं होगा क्योंकि इससे उच्च शिक्षा की प्रवेश परीक्षाओं और प्रवेश प्रक्रिया का कार्यक्रम भी प्रभावित होगा और इससे छात्रों को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
मई से पहले एग्जाम न कराने के पक्ष में सिसोदिया
मालूम हो कि दिल्ली सरकार ने पिछले माह ही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को लिखा था कि अगले साल मई से पहले बोर्ड परीक्षा आयोजित न करें और सिलेबस को कम करें क्योंकि COVID-19 महामारी के कारण स्कूल अभी भी बंद हैं. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी पिछले महीने एनसीईआरटी की परिषद की बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर चर्चा की थी.