खर्राटे को फर्राटे से भगाएंगे ये आसान से उपाय, खुद और दूसरे भी सोएंगे चैन की नींद
आज हम आपको खर्राटों पर पूरी जानकारी दे रहें हैं। इस बारे में क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर ये खराटे आते क्यों हैं और इनके पीछे का क्या कारण हो सकता है।
ऐसे तमाम लोग हैं जिन्हें सोते समय जबरदस्त खर्राटे आते हैं। कई बार तो ये आवाजें इतनी तेज होती हैं कि आस-पास के लोगों की नींद भी हराम हो जाती है। खर्राटे लेने वाले लोग न सिर्फ अपने पार्टनर को परेशान करते हैं बल्कि इस ट्रेन और बस के सफर में भी ये लोग दूसरे यात्रियों के लिए भी परेशानी का शबब बन जाते हैं। रूम में किसी एक के खर्राटे लेने से दूसरे पार्टनर को डिस्टबेंस होती है और दूसरे की नींद का मजा किरकिरा कर देती है। इस सिचुएशन में आप इस सोच में पड़ जाते हैं कि खुद सोएं या जो खर्राटे मार रहा है उसे हिला दें।
ये है खर्राटे की मुख्य वजहें
जानिए क्या है Sleep Apnea बीमारी के लक्षण
इस बीमारी से ग्रसित लोगों का न तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं रहता और न ही शुगर। इसके अलावा इन्हें हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, एरिद्मिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस बीमारी की चपेट में आने वाले न तो खुद चैन की नींद सो पाते हैं और न ही दूसरों को सोने देते हैं। हालांकि आप इन्हें आसानी से दूर कर सकते हैं। आप योग और प्राणायम से भी इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं।
हल्के में न ले खर्राटों की समस्या, इस बड़ी बीमारी का बनते हैं कारण
खर्राटे दूर करने के उपाय
उज्जायी प्राणायाम (Ujjayi Pranayama)
इस प्राणायाम को करने के लिए आप एक आरामदायक आसान में बैठ जाएं और अपने शरीर को ढीला छोड़ दें। इसके बाद लंबी सांस लें। जब आप सांस लें तो कोशिश करें तो वो आपके गले से लगती हुई अंदर जाए। सांस लेते समय आपकी आवाज आनी चाहिए। दिन में यदि आप ऐसा 10-20 मिनिट तक ऐसा करते हैं तो आपको खर्राटी की समस्या में सुधार आएगा। इस प्राणायाम के जरिए हमारे गले और चेहरे के मसल्स में मजबूती आती है और साथ ही हमारी नींद में सुधार आता है। ये प्राणायाम दिमाग को शांत और ठंडा रखता है।
करवट लेकर सोएं छोटी गर्दन वाले लोग
तीसरी टिप्स है कि यदि आपकी गर्दन छोटी है और इसकी वजह से आपको सांस लेने में समस्या है, तो आप करवट लेकर सोएं, क्योंकि सीधे सोएंगे तो आपको सांस लेने में दिक्कतें होंगी। आप चाहें तो सिर के नीचे एक तकिया भी रख सकते हैं।