खर्राटे को फर्राटे से भगाएंगे ये आसान से उपाय, खुद और दूसरे भी सोएंगे चैन की नींद

आज हम आपको खर्राटों पर पूरी जानकारी दे रहें हैं। इस बारे में क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर ये खराटे आते क्यों हैं और इनके पीछे का क्या कारण हो सकता है।

ऐसे तमाम लोग हैं जिन्हें सोते समय जबरदस्त खर्राटे आते हैं। कई बार तो ये आवाजें इतनी तेज होती हैं कि आस-पास के लोगों की नींद भी हराम हो जाती है। खर्राटे लेने वाले लोग न सिर्फ अपने पार्टनर को परेशान करते हैं बल्कि इस ट्रेन और बस के सफर में भी ये लोग दूसरे यात्रियों के लिए भी परेशानी का शबब बन जाते हैं। रूम में किसी एक के खर्राटे लेने से दूसरे पार्टनर को डिस्टबेंस होती है और दूसरे की नींद का मजा किरकिरा कर देती है। इस सिचुएशन में आप इस सोच में पड़ जाते हैं कि खुद सोएं या जो खर्राटे मार रहा है उसे हिला दें।

हालांकि, ऐसे लोग कहीं किसी रिश्तेदारी में जाकर खर्टाटे मारते हैं तब दूसरे व्यक्ति उन पर हमलावार भी हो सकते हैं। शुरुआत में खर्राटे लेना मामूली परेशानी लगती है, लेकिन जब यह बीमारी का रूप ले लेती है तो गंभीर समस्या बन सकती है लिहाजा आपको इसके बारे में कुछ बातें जानना जरूरी बन जाती हैं। बहरहाल, आज हम आपको खर्राटों पर पूरी जानकारी दे रहें हैं। इस बारे में क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर ये खराटे आते क्यों हैं और इनके पीछे का क्या कारण हो सकता है। आज हम आपको खर्राटे आने के न सिर्फ कारण बल्कि उपाय भी बताएंगे।

​ये है खर्राटे की मुख्य वजहें

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो खर्राटे आने की कई वजह हो सकती हैं। मोटापा, नीचे वाले जबड़े का छोटा होना, टॉन्सिल, साइनस की समस्या हो, शराब का ज्यादा सेवन, एलर्जी, सर्दी ये सभी कारण खर्राटे आने की वजह बनते हैं। सोते समय सांस में रुकावट आना खर्राटे की मुख्य वजह बताई जाती है। हालांकि इन समस्याओं को अगर आप हल्के में लेते हैं और समय पर सही से इसका इलाज नहीं कराते तो आप स्लीप APNEA नाम की बीमारी का शिकार हो सकते हैं। ये बीमारी सांस की नली में रुकावट की वजह से होती है जिससे खर्राटे आने शुरु हो जाते हैं।

 

​जानिए क्या है Sleep Apnea बीमारी के लक्षण

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स्लीप APNEA में सोते समय कई बार तो सांस लेने में इतनी परेशानी आती है कि व्यक्ति को बैचेनी और घुटन भी महसूस होती है। जब भी किसी कारण से सांस की नली सिकुड़ जाती है या कहें श्रिंक हो जाती है तब ऑक्सीजन लेने में तकलीफ होती है। सांस में समस्या आने से शरीर में ऑक्सीजन क्रिटिकल लेवल से भी नीचे हो जाता जिसका असर दिमाग यानी ब्रेन पर भी पड़ता है।

इस बीमारी से ग्रसित लोगों का न तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं रहता और न ही शुगर। इसके अलावा इन्हें हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, एरिद्मिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस बीमारी की चपेट में आने वाले न तो खुद चैन की नींद सो पाते हैं और न ही दूसरों को सोने देते हैं। हालांकि आप इन्हें आसानी से दूर कर सकते हैं। आप योग और प्राणायम से भी इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं।

हल्के में न ले खर्राटों की समस्या, इस बड़ी बीमारी का बनते हैं कारण

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​खर्राटे दूर करने के उपाय

उज्जायी प्राणायाम (Ujjayi Pranayama)

इस प्राणायाम को करने के लिए आप एक आरामदायक आसान में बैठ जाएं और अपने शरीर को ढीला छोड़ दें। इसके बाद लंबी सांस लें। जब आप सांस लें तो कोशिश करें तो वो आपके गले से लगती हुई अंदर जाए। सांस लेते समय आपकी आवाज आनी चाहिए। दिन में यदि आप ऐसा 10-20 मिनिट तक ऐसा करते हैं तो आपको खर्राटी की समस्या में सुधार आएगा। इस प्राणायाम के जरिए हमारे गले और चेहरे के मसल्स में मजबूती आती है और साथ ही हमारी नींद में सुधार आता है। ये प्राणायाम दिमाग को शांत और ठंडा रखता है।

 

​करवट लेकर सोएं छोटी गर्दन वाले लोग

तीसरी टिप्स है कि यदि आपकी गर्दन छोटी है और इसकी वजह से आपको सांस लेने में समस्या है, तो आप करवट लेकर सोएं, क्योंकि सीधे सोएंगे तो आपको सांस लेने में दिक्कतें होंगी। आप चाहें तो सिर के नीचे एक तकिया भी रख सकते हैं।

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