गुहा निषाद समाज का इतिहास रामायण और महाभारत काल से चला आ रहा है : अटल श्रीवास्तव
बिलासपुर. मस्तूरी के लावर भोथीडीह ग्राम पंचायत में आज गुहा निषाद और बिलासा जयंती का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में महापौर रामशरण यादव, अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चैहान, सभापति शेख नजरूद्दीन, प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, महामंत्री देवेन्द्र सिंह बाटू, धर्मेश शर्मा, तैय्यब हुसैन, शंकर यादव, जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।
गुहा निषाद जयंती के अवसर पर पूजा पाठ कर एवं समाज के चबूतरा एवं शेड निर्माण हेतु भूमिपूजन भी अतिथियों के द्वारा किया गया। जनपद अध्यक्ष नितेश सिंह की निधि से यह निर्माण कार्य सम्पादित किया जा रहा है, मंचीय कार्यक्रम के दौरान अतिथियों के स्वागत के पश्चात् बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ का गुहा निषाद समाज प्रदेश का कर्मठ समाज है, पूर्वकाल से ही इन्हें जल के राजा के रूप में जाना जाता है, गुहा निषाद समाज का इतिहास रामायण और महाभारत काल से चला आ रहा है। भगवान श्रीराम को नाव से पार कराने के साथ ही वनवास के समय में पूरे समय उनके साथ रहने का इतिहास है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए निषाद समाज को चुनावी टिकट प्रदान किया था, कुंवर निषाद समाज की ओर से विधायक हैं। उन्होंने कहा कि समाज के किसी भी कार्य हेतु मैं सदैव तत्पर रहूंगा।
अरूण सिंह चैहान ने संबोधित करते हुए कि जिला पंचायत के रूप में ग्राम पंचायत लावर भोथीडीह एवं जनपद क्षेत्र के विकास के लिए जो भी मांग मेरे पास आयेगी, उसे तत्काल पूरा करूंगा, उन्होंने समाज की मांग पर ग्राम पंचायत में द्वार बनाने हेतु राशि देने की घोषणा की और जिला पंचायत मछुवारा समाज द्वारा बनाई गई योजनाओं की जानकारी दी। मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर रामशरण यादव ने कहा कि मैं समाज की ओर से माननीय भूपेश बघेल का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने चकरभाटा एयरपोर्ट का नाम बिलासा दाई केंवटीन के नाम पर रखा। हम लोगों ने चर्चा के दौरान उनसे आग्रह किया था कि बिलासा दाई के नाम पर ही बिलासपुर बसा है, इसलिए एयरपोर्ट का नाम भी बिलासा दाई के नाम पर होना चाहिए, जिसकी घोषणा 3 जनवरी को की गई। रामशरण यादव ने सामाजिक रूप से बहुत सी बातों की चर्चा और कहा कि पानी के बीच जीवनयापन करने वाले, अपना रोजगार मछली के व्यापार से चलाने वाले समाज का गौरवशाली इतिहास है, उन्होंने यह भी घोषणा की कि समाज द्वारा मुझसे अपेक्षा की गई है कि बिलासपुर नगर निगम के रायपुर की ओर एक बिलासा दाई के नाम पर भव्य द्वार का निर्माण हो और पचरी घाट पर बिलासा म्यूजियम का निर्माण हो, नगर निगम की ओर से प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री को प्रेषित किया जायेगा और इसे पूरा कराया जायेगा ।
कार्यक्रम को शेख नजरूद्दीन, अभय नारायण राय, परस कैवत्र्य, बद्री कैवत्र्य, छेदीलाल कैवत्र्य ने भी संबोधित किया और बिलासा दाई के इतिहास पर प्रकाश डाला। आयोजक भोथीडीह लांवर केवट नवयुवक समाज के अध्यक्ष चंदन कैवत्र्य एवं साथियों ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता लखन टण्डन, कल्याण सिंह, भरत जुरयानी, ग्राम सरपंच, उपसरपंच, समाज के सभी पदाधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम संचालन हलप्रसाद कैवत्र्य ने किया।