घोटाले के आरोपों में घिरी नीदरलैंड सरकार ने इस्तीफा दिया
द हेग. नीदरलैंड (Netherlands) के प्रधानमंत्री मार्क रुटे (Mark Rutte) और उनकी पूरी कैबिनेट ने बाल कल्याण भुगतानों की जांच से जुड़े एक घोटाले की राजनीतिक जिम्मेदारी लेते हुए शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया. जांच में पता चला है कि इस घोटाले में अभिभावकों पर गलत रूप से धोखाधड़ी का आरोप (Fraud charges) लगाया गया.
रुटे ने जनता से किया था ये वादा
टेलीविजन पर देश को संबोधित अपने भाषण में रुटे (Mark Rutte) ने कहा कि उन्होंने अपने फैसले के बारे में नीदरलैंड के सम्राट विलियम अलेक्जेंडर (Emperor William Alexander) को सूचित कर दिया था और वादा किया था कि उनकी सरकार प्रभावित माता-पिता को जल्द से जल्द मुआवजा देने और कोरोना वायरस (Corona Virus) का मुकाबला करने के लिए काम करना जारी रखेगी. रुटे ने कहा, ‘‘हम सभी का मानना है कि यदि पूरी प्रणाली विफल हो गई है तो, हम सभी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और…हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मैंने पूरी कैबिनेट के इस्तीफे की सम्राट के समक्ष पेशकश की.’’
2010 से सत्ता में थे काबिज
रुटे की सरकार 17 मार्च को नीदरलैंड में चुनाव के बाद नई सरकार के गठन होने तक कार्यभार संभालेगी. रुटे के इस्तीफे के बाद, उनके इस पद पर बने रहने के एक दशक का समापन हो गया. रुटे साल 2010 से देश के पीएम पद पर काबिज थे. हालांकि उनकी पार्टी को चुनाव जीतने की उम्मीद है और अगली सरकार बनाने के वास्ते वार्ता शुरू करने की कतार में वह सबसे आगे हैं. यदि वह नया गठबंधन बनाने में सफल हो जाते है तो रुटे के फिर से प्रधानमंत्री बनने की संभावना है.