चीनी सैनिकों ने जिस काम के 99 सेकंड लिए, भारतीय जवानों ने 26 सेकंड में कर दिखाया
नई दिल्ली. लद्दाख हिंसा के बाद से चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स (Global Times) यह साबित करने में लगा है कि चीनी सेना हर स्थिति के लिए तैयार है. कुछ दिनों पहले अखबार ने सैन्य अभ्यास का एक वीडियो जारी किया था और अब उसने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की क्षमता को दर्शाने वाला एक वीडियो जारी किया है. हालांकि, इस बार उसे मुंह की खानी पड़ी है. ग्लोबल टाइम्स के जवाब में इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है, जिसे देखने के बाद चीनियों को निश्चित तौर पर समझ आ गया होगा कि भारतीय जवान क्या कर सकते हैं. इस वीडियो को काफी पसंद किया जा रहा है.
दरअसल, चीनी अखबार ने 21 जून को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया. जिसमें दिखाया गया है कि आंखों पर पट्टी बांधे चीनी सैनिक 99 सेकंड में राइफल और पिस्टल असेम्बल कर रहे हैं. इसके जवाब में एक यूजर ने ITBP का वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में नजर आ रहा है कि भारतीय सैनिक दोनों हाथों में राइफल थामे हुए हैं और महज 26 सेकंड में उन्हें पहले डी- असेम्बल करते हैं और फिर असेम्बल करते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि वे यह सब एक ही हाथ से करते हैं.
27 सेकंड के इस वीडियो को खबर लिखे जाने तक 3,100 लोग देख चुके थे और 54 बार इसे रीट्वीट किया जा चुका था. गौरतलब है कि लद्दाख की गवलान घाटी में चीन और भारतीय सेना के बीच हुई हिंसक झड़प हुई थी. इस झड़प में जहां भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे, वहीं चीन को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा था. हालांकि, ये बात अलग है कि चीन अपने सैनिकों की मौत का सही आंकड़ा जारी नहीं कर रहा.
इस बारे में ग्लोबल टाइम्स ने ट्विटर पर लिखा था कि अगर चीन ने हताहतों की संख्या जारी की, तो भारत सरकार फिर से दबाव में आ जाएगी. उसकी तरफ से किये गए ट्वीट में लिखा गया था कि चीन इसलिए हताहतों की संख्या उजागर नहीं कर रहा, क्योंकि वह भारत से विवाद को बढ़ाना नहीं चाहता. यदि चीन संख्या जारी करता है, जो कि 20 से कम है तो भारतीय सरकार फिर से दबाव में आ जाएगी.
इस बीच, तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों के बीच Moldo-Chushul घाटी में लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता आयोजित की गई. पिछले काफी दिनों से बातचीत के जरिये मामले को सुलझाने की प्रक्रिया जारी है. हालांकि भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार.