चीन के खतरे के खिलाफ भारत सहित कई सहयोगी देशों से हाथ मिला सकता है अमेरिका
नई दिल्ली. अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पोम्पियो ने रविवार को कहा कि चीनी सैन्य क्षमताओं के खतरे को देखते हुए अमेरिका भारत समेत दुनिया भर के कई देशों के साथ हाथ मिला सकता है. उन्होंने कहा- ‘चीन सेना ने जो उन्नति की है वो सच है. महासचिव शी अपनी सैन्य क्षमताएं बढ़ा रहे हैं. हमारा रक्षा विभाग इस खतरे को समझने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. और मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में हमारा रक्षा विभाग, हमारी सेना, हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा संस्थान इतने सक्षम हैं कि हम अमेरिकी लोगों की रक्षा कर सकते हैं. वास्तव में हम विश्व भर के अपने सहयोगी देशों भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान, ब्राजील, यूरोप के साथ अच्छी सहभागिता निभा सकते हैं. हम अच्छे साझेदार हो सकते हैं और इससे यह भी पक्का करेंगे कि पश्चिमी देशों में आजादी का जो अमेरिकी मॉडल है वो इन देशों में भी हो.’
चीन भारत के लिए खतरे पैदा कर रहा है
भारत और चीन के बीच हालिया सीमा-विवाद पर एक सवाल का जवाब देते हुए पोम्पियो ने कहा- ‘चीनी कम्युनिस्ट पार्टी मार्च से ही ये सब कर रही है. वो लंबे समय से इसके लिए प्रयास कर रहे थे. वे निश्चित रूप से वहां कुछ करेंगे जिससे उनका फायदा हो. लेकिन वहां जिन भी समस्याओं को आपने देखा है, वो सिर्फ धमकियां हैं जिसे वो लंबे समय से दे रहे हैं.’
पहली बार चीन को जवाब दिया
पोम्पियो ने कहा- ‘पहली बार, हमारे पास एक ऐसा प्रशासन है जो वास्तव में प्रतिक्रिया देने और ये कहने के लिए तैयार है कि ये बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इस सरकार ने कुछ जरूरी कदम उठाए हैं जिससे यह पता चलता है कि हमारी सरकार चीन से अमेरिकी लोगों को बचाने के लिए कितनी गंभीर है.’
चीन के खिलाफ अमेरिकी संसद में 60 बिल लंबित
चीन के खिलाफ अमेरिकी संसद में 60 बिल लंबित हैं. जिस पर पोम्पियो ने जवाब दिया- ‘मुझे नहीं पता कि उन 60 में से कौन राष्ट्रपति तक पहुंचेगा. मुझे कांग्रेस के लोगों पर भरोसा है. 60 बिलों पर आपकी बात महत्वपूर्ण है. इनमें से कई बिल द्विदलीय बिल हैं.’
‘पिछले हफ्ते चीन में उइगर मुसलमानों से संबंधित एक बिल लाया गया था. मैं चाहता हूं कि कांग्रेस के सदस्य इस मुद्दे के बारे में अध्ययन जारी रखें, इस प्रशासन की मदद करने के लिए काम करें जिससे सरकार अमेरिकी लोगों को सुरक्षित रखने के लिए चीन के प्रयासों को रोक सके.