चीन में 600 से ज्यादा भारतीय छात्र फंसे, विदेश मंत्रालय ने पूछा – पहली फ्लाइट से कौन लौटना चाहता है


नई दिल्ली. चीन में लगातार फैल रहे कोराना वायरस के कहर से बचने के लिए शुक्रवार से भारतीय छात्रों के लिए पहली फ्लाइंट भेजने का इंतजाम भारत ने पूरा कर लिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के मुताबिक हमने हमार फोकस चीन के कोराना वायरस से प्रभावित इलाके में रह रहे हैं. भारती छात्रों पर है. हमारे अनुमान के मुताबिक तकरीबन 12 सौ के लगभग इस इलाके में भारतीय छात्र हैं जिनमें से 600 से ज्यादा से हमारे मिशन ने संपर्क कर लिया है और हम उन लोगों से पूछ रहे हैं कि कौन-कौन पहली फ्लाइट से भारत वापस जाने को तैयार है. रवीश कुमार ने कहा है कि हमे चीन की तरफ से फ्लाइट ऑपरेट करने की औपचारिक परमिशन मिलने का इंतजार है. रात तक अनुमति मिलती है तो भारतीय छात्रों को वापिस लाने का काम शुक्रवार से शुरू हो सकता है.

दरअसल, चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ खतरनाक कोराना वायरस धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल रहा है. चीन में वायरस से प्रभावित लोगो की संख्या लगागार बढ़ती जा रही है. वुहान में रह रहे कुछ भारतीय छात्रों ने सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिये भारत सरकार से मदद भी मांगी थी. लिहाजा, ऐसे इलाकों से भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए दो फ्लाइट भारत की तरफ से तैयार रखी गई हैं. चीन से अनुरोध किया गया है कि वो वुहान में फंसे भारतीय छात्रों की वापसी में मदद करे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि चीन सहयोग कर रहा है और लगातार चीनी अधिकारियों के संपर्क में भारतीय विदेश मंत्रालय बना हुआ है.

भारत सरकार ने इस वायरस के खतरे से निपटने के लिए पहले से ही अलर्ट के तौर पर तैयारी कर रखी है. जो भी संभावित मामले सामने आ रहे हैं, उनके सैंपल पुणे के लैब से टेस्ट कराए जा रहे हैं. बुधवार को पुणे की लैब ने 27 भारतीयों के सेंपल टेस्ट किये थे. सब के सब नेगिटिव आए थे. हालांकि, केरल में गुरुवार को एक मामला पॉजिटिव आया है जिसने भारत सरकार के समक्ष चुनौती बढ़ा दी है. हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सभी राज्यों के साथ तालमेल रखकर हालात से निपटने की पूरी तैयारी कर रहा है. 21 एयरपोर्ट पर चीन से आने वाले यात्रियों को पहले से ही थर्मल स्केनिंग से गुजारा जा रहा है. इसके साथ ही सभी 21 एयरपोर्ट पर मेडिकल-पैरामेडिकल की टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी कर चुका है.

कोराना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय भी हर दिन हालात की समीक्षा कर रहा है. विदेश मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ ही राज्यों के हेल्थ सेकेट्री के साथ लगातार तालमेल कर हालात की समीक्षा की जा रही है. हालात अभी तक काबू में हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर और भी फ्लाइट का इंतजाम चीन से भारतीयों छात्रों को वापस लाने के लिए किया जाएगा.

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