छत्तीसगढ़ में 60,000 से ज्यादा भोजन के पैकेट वितरित कर चुका है चरामेती फाउंडेशन
बिलासपुर.चरामेति फाउंडेशन लॉक डाउन के पहले दिन 23 मार्च 2020 से लगातार छत्तीसगढ़ में फंसे हुए जरूरतमंद मजदूरों, बस्तियों के निवासियों को भोजन पुलिस प्रशासन के जरिये प्रदान करवा रही है।बिलासपुर में यह सेवा हमारे घर की टेरेस में ही बनाया जा रहा है। जिसे पूर्ण रूप से सात्विक वह हाइजीन का ध्यान रखते हुए बनाया जा रहा है। तथा इस कार्य में। पूर्ण रूप से मेरे परिवार के सारे सदस्य ही मिलकर कार्यरत है।चरामेति फाउंडेशन द्वारा अब तक संपूर्ण छत्तीसगढ़ में 60000 से ज्यादा पैकेट वितरित किये जा चुके है।
*रायपुर में प्रतिदिन लगभग 1800-2200 पैकेट*
*रायपुर में प्रतिदिन 200 कप चाय, बिस्कुट एवं छाछ*
*बिलासपुर में 250-300 पैकेट*
*दीपका कोरबा में 80 पैकेट*
चरामेति फाउंडेशन पिछले दो साल से प्रतिदिन रायपुर, बिलासपुर एवं कोरबा के सरकारी अस्पतालों के मरीजों के परिजनों को निःशुल्क रूप से भोजन उपलब्ध करा ही रही थी, जिसमें लगभग अब तक 5 लाख से अधिक लोग भोजन प्रसाद सेवा प्राप्त कर चुके हैं।अचानक लॉक डाउन की स्थिति निर्मित होने से शहर में फंसे तमाम उन जरूरतमंदों को नियमित रूप से सुबह-शाम ताजा भोजन उपलब्ध करा रही है, इस सेवा में शहर के अनेक सेवाभावी लोग मदद कर रहे हैं। इसके साथ ही भोजन पकाने एवं वितरण में स्वच्छता का विशेष रूप से पूर्ण ध्यान रखा जाता है।बिलासपुर में दुर्गेश साहू, प्रतीक साहू, विनय कर्ष,निहाल, कान्हा, श्रीमती फूलारानी साहू एवं पुलिस प्रशासन की मदद से प्रतिदिन 200-300 पैकेट भोजन जरूरतमंदों को भिजवाया जा रहा है।वही संपूर्ण छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन लगभग 2500 से 3000 जरूरत मंद लोगो को हमारी संस्था भोजन प्रसाद घर बैठे प्राप्त करा पा रहे हैं।