छत्तीसगढ़ राजभाषा दिवस पर एयू में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ राजभाषा दिवस के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा का वर्तमान परिपेक्ष्य में महत्व एवं उपयोगिता विषय पर संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें यूटीडी के सभी विभागों के प्राध्यापक, कर्मचारी व छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए।इस संवाद के दौरान रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रो गौरव साहू ने कहा कि वर्तमान में लोग आपस में छत्तीसगढ़ी बोलने से कतराते हैं,जबकि यह समूचे राज्य में बोली व समझी भी जाती है, इसे बोलते हुए हमें गर्व महसूस होना चाहिए। शारीरिक शिक्षा विभाग के डायरेक्टर प्रो सौमित्र तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ी का अपना समृद्ध साहित्य एवं व्याकरण है, राज्य के 2 करोड़ से अधिक छत्तीसगढ़ वासियों की यह मातृभाषा है। इस कार्यक्रम के दौरान अतिथियों व छात्र-छात्राओं ने भी भाषा के प्रति अपने अपने विचार भी रखें, छात्र सूरज राजपूत ने बताया की छत्तीसगढ़ राज्य के नामकरण के पीछे इसकी भाषिक विशेषता और अपनी संस्कृति भी है । इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रो गौरव साहू, इंजी.यशवंत कुमार पटेल, प्रो सौमित्र तिवारी, प्रो हामिद अब्दुल्ला, गिरजा शंकर यादव, वालंटियर सूरज सिंह राजपूत, प्रवीण देवांगन, विकास कर्ष, अंजलि, गोविंद कैवर्त, गुलाब जी आदि उपस्थित रहे।