जब फैन की दीवानगी देखकर भावुक हुए Amitabh Bachchan, छूने लगे थे पैर
नई दिल्ली. सदी के महानायकअमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को कुल फिल्म के हादसे के बाद दूसरी जिंदगी मिली थीं. इस हादसे के वक्त पूरे देश ने उनके लिए प्रार्थना की थी. खुद अमिताभ बच्चन ने लिखा था- ‘सांसें बंद होने को थीं, आप सबकी प्रार्थना ने मुझे जिंदा रखा. इस ऋण को मैं कभी नहीं उतार सकूंगा.’
फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ के पेट में इतनी गहरी चोट आई कि उनकी आंत फट गई थी. ये चोट इतनी गंभीर थी कि अमिताभ जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहे थे. तभी उनके एक फैन ने एक अनूठी मन्नत मांगी कि अगर अमिताभ सही हो जाते हैं, तो वह वड़ोदरा के सिद्धिविनायक मंदिर से उलटे पैर चलकर मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर तक की यात्रा करेंगे. जैसे ही अमिताभ की तबीयत में सुधार हुआ. उनका ये फैन उलटे पैरों पर चलकर यात्रा पर निकल पड़ा. 800 किमी की यात्रा को पूरा करने में उसे 13 दिन लगे. फैन मन्दिर से अमिताभ के बंगले ‘प्रतीक्षा’ पहुंचा. यही वह समय था जब अमिताभ अत्यधिक भावुक हो गए.
अमिताभ अपने फैन के इस प्यार से इतने इमोशनल हुए कि उसके पैर छूने के लिए झुकने को हुए. लेकिन इस फैन ने पैर नहीं छूने दिए. फैन के स्वागत के लिए बिग बी, हरिवंश राय बच्चन और मां तेजी बच्चन पहुंचे थे. जया ने उनकी आरती उतारकर उसका स्वागत किया था. इतना ही नहीं उन्हें जया ने राखी भी बांधी थी. इस फैन का नाम अरविंद है. अमिताभ अब भी अपने इस फैन से जुड़े हुए हैं.
अमिताभ बच्चन 26 जुलाई, 1982 को बेंगलुरु में ‘कुली’ फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. यह एक फाइट सीन था. एक्शन डायरेक्टर के कहने पर पुनीत इस्सर को अमिताभ के मुंह पर घूंसा मारना था और उन्हें टेबल के ऊपर गिरना था. सीन अमिताभ के बॉडी डबल के साथ शूट करने का सजेशन दिया गया. बिग बी सीन में रियलटी चाहते थे, इसलिए उन्होंने खुद ही यह सीन करने का फैसला किया.
एक्टर्स रेडी हुए. लाइट्स ऑन हुईं. कैमरा एंगल सेट हुए. डायरेक्टर के एक्शन बोलते ही शूटिंग शुरू हुई. शॉट ओके हुआ और लोग तालियां बजा उठे. अमिताभ के चेहरे पर भी मुस्कराहट थी. लेकिन तभी उन्हें पेट में हल्का दर्द हुआ. दरअसल, टेबल का एक कोना उनके पेट में चुभ गया था. कुली की शूटिंग के दौरान लगी यह चोट, शुरू में मामूली लगी लेकिन दो दिन बाद घातक निकली. इस पूरे किस्से का जिक्र अमिताभ बच्चन अपने ब्लॉग में भी कर चुके हैं.