जेएनयू अटैक और खूनखराबे का पूरे देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी हो रहा है विरोध


रायपुर. प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और एनएसयूआई प्रभारी शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि जेएनयू अटैक और खूनखराबे का पूरे देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी व्यापक विरोध हो रहा है। छत्तीसगढ़ के सभी विश्वविद्यालयों में एनएसयूआई ने विरोध प्रदर्शन किया है जिसमें बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुये। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और एनएसयूआई प्रभारी शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि आज अहमदाबाद में भी एबीवीपी के गुंडों ने जेएनयू अटैक और खूनखराबे का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर फिर से हमला किया। भाजपा और आरएसएस के राजनैतिक स्वार्थो के लिये छात्रों का दमनचक्र चलाया जा रहा है।प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और एनएसयूआई प्रभारी शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि गुण्डों और पुलिस को मोहरा बनाने वाली भाजपा और एबीवीपी बेनकाब हो गयी है। जेएनयू छात्रसंघ पर एबीवीपी का कब्जा न हो पाने की बौखलाहट में खूनखराबा किया गया। जेएनयू के छात्रों पर हथियारबंद नकाबपोशो ने हमला किया और जिन पर हमला हुआ उन निर्दोष छात्रों पर आपराधिक मामले बनाये जा रहे है। यह तो दमन की इंतेहा हो गयी है। यह भाजपा सरकार की तानाशाही है। पुलिस और वाइस चांसलर इसी दमन की कड़ी का हिस्सा बन चुके है। विरोध के स्वर भाजपा और आरएसएस को बर्दाश्त ही नहीं है। छात्रों की आवाज को दबाने के लिये भाजपा और आरएसएस ने दिल्ली पुलिस और गुंडों का जो इस्तेमाल किया गया है, इसके लिये इतिहास कभी मोदी और शाह को माफ नहीं करेगा। जेएनयू की हिंसा खूनखराबे की कड़ी निंदा करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सड़क की बत्तियां, स्ट्रीट लाईट बंद करके सीसीटीवी कैमरे तोड़कर नकाबपोश होकर देशभक्त नहीं आते है, चोर, गुंडे-मवाली और आतंकवादी आते है। भाजपा अब विरोध के स्वरों को कुचलने के लिये गुंडो और पुलिस का एक साथ इस्तेमाल करा रही है। जेएनयू भारत का ही नहीं विश्व का जाना माना विश्वविद्यालय है। अफगानिस्तान सहित अनेक अफ्रीकी एशियाई देशों के शासनाध्यक्षों ने जेएनयू में पढ़ाई की है। लड़कियों के छात्रावास तक में जिस तरह से नकाबपोश गुंडे घुसे, चिंहित करके छात्रसंघ अध्यक्ष और लड़कियों पर क्रूर बर्बरतापूर्ण हमला किया गया, कांग्रेस उसकी कड़ी निंदा करती है। जेएनयू की हिंसा में नकाबपोश असामाजिक तत्वों को जिस तरह से घुसने की छूट दी गयी और खून खराबा करने के बाद सुरक्षित निकलने दिया गया, उससे स्पष्ट है कि भाजपा सरकार इन असामाजिक तत्वों को संरक्षण दे रही है। छात्रों को निशाना बनाने में भाजपा सरकार और भाजपा से जुड़े संगठन पूरी ताकत से लगे है। गिरफ्तारी तो दूर की बात है, केन्द्र की भाजपा सरकार के इशारों पर मौन खड़ी दिल्ली पुलिस ने हमलावरों को पहचानने या उनके नकाब हटवाने तक की कोई कोशिश भी नहीं की।

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