जैजैपुर में भारी अव्यवस्था के बीच ब्लॉक स्तरिय खेल प्रतियोगिता सम्पन्न

जैजैपुर. छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा खेल और खिलाडियों के कौशल को निखारने एवम् विद्यार्थियों को खेल के क्षेत्र में भविष्य गढ़ने के लिए प्रयास के तरफ आज से पूरे छत्तिसगढ़ में विकास खण्ड स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2019-20 का आयोजन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत आज शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला कुटराबोड़, ब्लॉक- जैजैपुर, जिला जांजगीर-चांपा में खो-खो खेल में 19 वर्ष वर्ग में बालक/बालिकाओं का ब्लॉक से आये खिलाडियों के बीच जबरदस्त खेल देखने के मिला। हालान्कि ब्लॉक के अधिकतर स्कूलों के इस आयोजन से दूरी रखने का कारण समझ से परे था। खिलाडि़यों की तो बात ही छोड़िये प्रतियोगिता के शुभारम्भ में जैजैपुर BEO/ ABEO के भी शामिल नहीं होना किसी के भी गले नहीं उतर रही है। कार्यक्रम का उदघाटन कुटराबोड स्कूल के प्राचार्य श्री जी पी कमलेश ,bso पी आर साहू ,गिरीश चंद्रा सर ,अनिल चंद्रा सर, पंकज कतेंदर ,लकड़ा सर,आर सी देवांगन ,बी आर चंद्रा पी एल खुटे ,सावित्री श्रेय ,टी टंडन,एम एल पंकज, एस के टंडन ,लता चंद्रा ,खगेश भारद्वाज एवं तेंदुलकर सर द्वारा किया गया जिसमें चयनित बालक -बालिकाएं जिला स्तर पर अपनी ब्लॉक का प्रतिनिधित्व करेंगे बालक वर्ग में फाइनल मैच में संत अन्फ़ोनशा स्कूल देवरघटा विजेता रहा जबकि उपविजेता जी एस सी स्कूल जैजैपुर व बालिका वर्ग में विजेता संत आल्फोंशा स्कूल देवरघटा और उपविजेता साकेत विद्या निकेतन स्कूल काशीगढ़ रही। सभी टीमो से उत्तक्रिष्ठ प्रदर्शन के आधार पर आगामी 7-8-19 को होने वाले जिला स्तरिय प्रतियोगिता के लिए खिलाडियों का चयन किया गया जिसमें से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों का सम्भाग व रज्य स्तरिय खेलों के लिए चुनाव किया जायेगा । चयनित खिलाड़ियों की सूची निम्नानुसार है :-
बालिका वर्ग :- 1नेहा रात्रे,(देवरघटा स्कूल से)2निशा अजगले(,देवरघटा) 3अमिषा मनहर (,देवरघटा)4संजू लहरे ,( देवरघटा )5सुनंदा,(देवरघटा)6सिमी आजाद(देवरघटा)7हर बाई साहू (देवरघटा)8सविता कश्यप (ओडेकेरा) 9कल्पना आदित्या(GSC, जैजैपुर) 10रितु राय (साकेत स्कूल ,काशीगढ़)11 पूजा चंद्रा(साकेत स्कूल काशीगढ़) 12लता चंद्रा ।(साकेत स्कूल काशीगढ़)
बालक वर्ग में:- 1राहुल यादव 2 गोविंद कश्यप 3गोवर्धन मनहर 4 प्रवीण 5राहुल चंद्रा 6वीरेंद्र जयसवाल 7गुलाब लहरे 8पवन कुमार 9मंगलेश 10मिचेल सिंह 11राजेन्द्र बर्मन व 12कनहैया लाल।इस दौरान खेल के लिए आयोजित स्थल में कई सारी खामियां देखने के मिली जिससे ऐसा लगा कि पूर्व की ही तरह अभी भी ग्रामीण अंचलों में खेल प्रतियोगिताओं को महज खानापूर्ती के लिए आयोजित कराया जा रहा हो।अव्यवस्थाओं में कुछ बातें जो शिक्षा एवम् खेल विभाग के अधिकारियों सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात हैं उनमें से कुछ इस तरह हैं और जिसकी कमी इस बार भी देखने को मिली:- पहला:- खेल के मैदान में प्रतिभागियों के बैठने के लिए समुचित व्यव्स्था का नहीं होना।1- खिलाडियों के लिए स्वल्पाहार आदि का व्यवस्था नहीं होना।3-प्रोफेशनल अंपायर/ रेफरी की अनुपस्थिति होना।4-खिलाडियों के लिए पानी पीने हेतु किसी भी प्रकार के पात्र नहीं मिलना।5- बिना लन्च ब्रेक तुरंत -तुरंत एक ही टीम का मैच कराया जाना जबकि अन्य टीम को वाकओवर दिया जाना,जिससे खिलाड़ीयों के प्रदर्शन और साथ ही साथ उनके शारीरिक व मानसिक् स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ना स्वाभाविक व अप्राकृतिक भी माने जाने योग्य है।6- खिलाडियों के विवादस्पद चयन पर भी गहमा-गहमी का वातावरण का माहोल का होना ।
7- खो – खो के खेल में टेक़्निकल पॉइंट/ बोनस पॉइंट फाउल आदि नहीं होना आदि प्रमुख रहे, जिससे कई टीम के खिलाड़ी असन्तुष्ट दिखाई दिए।ऐसे में ये सवाल खड़ा उठना लाज़मी है कि शासन जब सभी विद्यालय से कृड़ा शुल्क लेती है तो क्या ऐसे मूलभूत सुविधायें नहीं होनी चाहिए ? क्या सरकार खुद नहीं चाह्ती की कोई खिलाडी ग्रामीण अन्चल से ना हो? प्रशासन यदि वास्तविक में ग्रामीण अंचल से खिलाडियों को प्रोत्साहित कर आगे ले जाना चाहती है तो उपरोक्त सभी बिन्दुओं पर ध्यान अवश्य ही देना होगा अन्यथा ऐसा ना हो कि किसी खिलाड़ी को उसका हक़ और न्याय् ना मिल पाए।